अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर की निर्माण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमिपूजन कार्यक्रम किया था। दिल्ली में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में बताया गया कि मंदिर को सदियों तक मजबूत रखने और भूकंप से बचाने के लिए मंदिर के पत्थरों को तांबे की पत्तियों से जोड़ा जाएगा। मंदिर करीब 3 साल में बनकर तैयार हो जाएगा।
5 अगस्त को पीएम मोदी कर चुके हैं भूमिपूजन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री ने 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन किया था। आयोजन में शंकराचार्य, महंत, धार्मिक स्थलों के प्रमुख समेत करीब 175 लोगों ने हिस्सा लिया था। इसके बाद 20 अगस्त को दिल्ली में श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में निर्माण को लेकर कई अहम फैसले लिए गए।
मंदिर बनने में लगेंगे 36-40 महीने
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुसार श्री राम मन्दिर के निर्माण कार्य शुरू हो गया है। मन्दिर भारत की प्राचीन निर्माण पद्धति से बनाया जा रहा है ताकि वह सदियों तक न केवल खड़ा रहे, बल्कि भूकम्प, झंझावात अथवा अन्य किसी प्रकार की आपदा में भी उसे किसी प्रकार की क्षति न हो। मंदिर बनने में लगभग 36-40 महीने का समय लगने का अनुमान है।
तांबे से जोड़े जाएंगे मंदिर के पत्थर
एएनआई ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के हवाले से बताया है कि मंदिर निर्माण में मजबूत पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। इन पत्थरों को आपस में जोड़ने के लिए तांबे से बनी पत्तियों का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए 18 इंच लम्बी, 3mm गहरी, 30 mm चौड़ी 10,000 पत्तियों की आवश्यकता होगी।…Next
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