भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) के रूप में गिरीश मुर्मू (Girish Murmu) के बाद अब भारत के शीर्ष संवैधानिक पद के लिए ओडिशा के मयूरभंज जिले से ही मंगलवार को बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए ने अगले राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की। झारखंड की पूर्व राज्यपाल और ओडिशा की पूर्व मंत्री द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) को एनडीए ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा (Opposition Presidential Candidate Yashwant Sinha) राष्ट्रपति पद के दावेदार होंगे।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू-
अगर बात करें तो द्रौपदी मुर्मू की तो वह भारत की पहली आदिवासी (first tribal Woman President of India) और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। ओडिशा की किसी प्रमुख राजनीतिक पार्टी या गठबंधन दल से द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की पहली उम्मीदवार हैं। इससे पहले भी महिलाओं को लेकर समाज की कुरीतियों को तोड़ते द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल (first woman governor of Jharkhand) बनीं थीं। वह 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रहीं।
कहां हुआ द्रौपदी का जन्म-
ओडिशा के पिछड़े जिले मयूरभंज के एक गांव में गरीब आदिवासी परिवार में जन्मी द्रौपदी मुर्मू ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद अपनी पढ़ाई पूरी की। उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर रायरंगपुर में शिक्षिका के रूप में काम किया। 20 जून 1958 को जन्मी द्रौपदी ने रमादेवी महिला कॉलेज भुवनेश्वर (Ramadevi Women College Bhubaneswar) से अपनी ग्रेजुएशन पूरा किया। उन्होंने 1979 और 1983 के बीच सिंचाई और बिजली विभाग में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्य किया।
कैसे की राजनीतिक करियर की शुरुआत
रायरंगपुर एनएसी के उपाध्यक्ष के रूप में द्रौपदी ने अपने राजनीतिक जीवन (Droupadi Murmu political career) की शुरुआत की। 2000 और 2004 के बीच वह रायरंगपुर से ओडिशा विधानसभा (Odisha Legislative Assembly) की सदस्य रहीं। उन्होंने मंत्री के रूप में परिवहन और वाणिज्य, पशुपालन और मत्स्य पालन विभागों का कार्यभार संभाला। 2004 से 2009 तक उन्होंने एक बार फिर ओडिशा विधानसभा में विधायक के रूप में काम किया।
कई शीर्ष पदों पर कर चुकी काम-
2007 में ओडिशा विधानसभा की ओर से द्रौपदी मुर्मू को सर्वश्रेष्ठ विधायक के रूप में काम करने के लिए नीलकंठ पुरस्कार (Nilakantha Award) से सम्मानित किया गया। उन्होंने बीजेपी में कई संगठनात्मक पदों पर काम किया और 1997 में वह राज्य एसटी मोर्चा की उपाध्यक्ष रही। 2002 से 2009 तक वह बीजेपी एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य रहीं। 2006 और 2009 के बीच वह ओडिशा में बीजेपी के एसटी मोर्चा की प्रमुख थीं।
18 जुलाई को होंगे चुनाव-
2010 और 2013 में वह मयूरभंज (पश्चिम) से भाजपा जिला प्रमुख रहीं। इसके बाद 2013 से 2015 तक वह भाजपा के एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रही। जानकारी के अनुसार एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की दावेदार (NDA Presidential Candidate) द्रौपदी मुर्मू 25 जून को अपना नामांकन दाखिल कर सकती हैं। राष्ट्रपति चुनाव (Presidential election) के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 जून है। 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होंगे और 21 जुलाई को वोटों की गिनती होगी।
Today @BJP4India announces the name of Smt. Droupadi Murmu as our candidate for President of India.
With guidance from @PMOIndia@narendramodi, preference is given to a #tribal, a #woman from the beautiful state of Odisha.
🤞🏼for the first tribal President for #IndiaAt75. pic.twitter.com/4yrBRsFxIJ— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) June 21, 2022
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