भारत के सबसे लंबे शख्स के लिए उसका कद अब परेशानी बनता जा रहा है। कोरोना महामारी ने समस्या और विकराल कर दी है। हम बात कर रहे हैं भारत के सबसे लंबे कद के धर्मेंद्र प्रताप सिंह की। धर्मेंद्र के लिए उनकी लंबाई प्रसिद्धि बनने के बजाय मुसीबत का सबब बनती जा रही है। धर्मेंद्र ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मदद की अपील की है।
यूपी के धर्मेंद्र सबसे लंबे कद के भारतीय
आईएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ जिले के नरहरपुर कसियाही गांव के रहने वाले धर्मेंद्र प्रताप सिंह का कद 8 फीट 2 इंच है। उन्हें भारत का सबसे लंबा व्यक्ति कहा जाता है। अपने लंबे कद के कारण ख्याति हासिल करने वाले धर्मेंद्र कोरोना काल में मुसीबतों से घिर गए हैं। वह शारीरिक, आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं।
गिनीज बुक में दर्ज हो चुका है नाम
अपनी लंबाई के चलते गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने वाले धर्मेंद्र को प्रशंसकों से धनराशि और गिफ्ट मिलते रहते थे। समाजवादी पार्टी के लिए चुनाव रैलियों में शामिल होकर पैसे कमाते थे। कोरोना महामारी से पहले तक वह ट्रैवेलिंग समेत अलग अलग संसाधनों के जरिए कमाई कर लेते थे और रोजगार की उन्हें दिक्कत नहीं होती थी।
कोराना महामारी ने बढ़ा दी मुसीबतें
कोरोनाकाल में बंदी के कारण उनकी ट्रैवेलिंग और दूसरे तरीकों से होने वाली कमाई बंद हो गई। काम नहीं मिलने से धर्मेंद्र की आर्थिक हालत खराब हो गई है। उनके भाई मुंबई में टैक्सी ड्राइवर थे, लेकिन कोरोनाकाल में उनका भी काम छिन गया। पिछले साल उनके कूल्हे का आपरेशन भी हो चुका है। ऐसे में वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हो चुके हैं।
सीएम योगी से मदद की गुहार
धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी लंबाई उनके लिए प्रसिद्धि का कारण जरूर बनी, लेकिन लंबाई ही अब उनके लिए मुसीबत बनती जा रही है। मास्टर्स की डिग्री हासिल कर चुके धर्मेंद्र के मुताबिक उनकी उम्र 45 साल हो चुकी है और उनके कद के कारण उनकी शादी भी नहीं हो सकी है। रोजगार भी नहीं होने से उनकी मुसीबतें बढ़ गई हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार धर्मेंद्र ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वित्तीय मदद देने या रोजगार देने की अपील की है।…NEXT
Read more: स्ट्रोक से 1.45 करोड़ लोगों के अपंग होने का खतरा
5 करोड़ साल पहले जीवित था दुनिया का सबसे बड़ा पक्षी
मिस्र में फिर मिलीं 25 हजार साल से दफन ममी और सोने की मूर्तियां
विश्व के 200 करोड़ लोग दृष्टि दोष से जूझ रहे
चूहे को मिला बहादुरी का गोल्ड मेडल, 39 लैंडमाइंस नष्ट कर बचाई लोगों की जान
Read Comments