आज के दौर में लगभग सभी व्यक्तियों में तंदुरुस्त रहने की चाह होने लगी है. इसके लिए युवतियां जहां डाइटिंग कर खुद को फिट रखने की कोशिश करती हैं, वहीं युवक अपने शरीर को मजबूत और गठीला बनाने के लिए जिम जाकर भारी-भारी मशीनों पर घंटों पसीना बहाना शुरू कर देते हैं. कठिन और मुश्किल शारीरिक श्रम उनकी दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बन जाता है. लेकिन आमतौर पर देखा जाता है कि एक्सरसाइज करने के फायदे और उसे कब और कैसे करना चाहिए इसको लेकर भ्रम की स्थिति बनी रहती है. इसका कारण हमारे मस्तिष्क में व्याप्त इससे संबंधित ऐसी भ्रांतियां हैं जिनका वैसे तो कोई आधार नहीं है, लेकिन हम हर कदम पर उन्हीं को ही सच मानकर चलते हैं. ऐसी ही कुछ निम्नलिखित मानसिक भ्रांतियां हैं जिन्हें दूर किय जाना अत्यंत आवश्यक है:
तथ्य – ऐसी मानसिकता हमें सिर्फ एक्सरसाइज करने से रोकने का काम करती है. इसके विपरीत कई अध्ययनों द्वारा यह बात प्रमाणित की जा चुकी है कि कुछ ना करने से बेहतर है कि पौधों में पानी डालना, पैदल चलना जैसी कुछ हल्की एक्सरसाइज की जाए. कुछ नहीं से कुछ तो भला होता है इसीलिए किसी भी रूप में अपने शरीर को सक्रिय रखना बहुत जरूरी है.
तथ्य – यह मानसिकता बिलकुल निरर्थक है. जबकि तथ्य यह है कि अगर आप तेज दौड़ते और साइकिल चलाते हैं, तो आप अपेक्षाकृत जल्दी और ज्यादा कैलोरी को घटा सकते हैं. हालांकि एक्सरसाइज की शुरुआत और उसकी समाप्ति में समान गति बनाए रखना बहुत कठिन है, इसीलिए आप धीमी गति से शुरुआत करें और धीरे-धीरे उसे बढ़ाएं.
तथ्य – इसके विपरीत वास्तविकता यह है कि खाली पेट श्रम करना आपको और अधिक थका सकता है. क्योंकि आपके शरीर में ईंधन रूपी जरूरी तत्व नहीं है तो संभवत: आप ज्यादा देर तक कसरत नहीं कर पाएंगे. इसीलिए जरूरी है कसरत करने से कुछ समय पहले आप हलका और सेहतमंद नाश्ता करना ना भूलें.
तथ्य – भले ही एक्सरसाइज करने से वजन को कम या उस पर नियंत्रण रखा जा सकता है. लेकिन इस बात को अनदेखा नहीं किया जा सकता कि आपका वजन आपके खान-पान और अनुवांशिकी पर भी बहुत ज्यादा निर्भर करता है. इसीलिए सिर्फ कसरत करना, वजन कम करने के लिए उपयोगी साबित नहीं हो सकता. जरूरी है कि आप योजना बनाकर नियमित रूप से अपने शरीर का ध्यान रखें.
तथ्य – यह बात सही है कि विभिन्न योगासन वजन कम करने के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकते हैं. लेकिन यह भी इतना आसान नहीं है. योगा के कुछ आसन बेहद कठिन हैं जो शारीरिक और मानसिक मजबूती के बिना किए नहीं जा सकते. अन्य एक्सरसाइज की ही तरह योगा को भी एक योग्य प्रशिक्षक की देख-रेख में ही किया जाना चाहिए.
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