VOICES
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आज है रंगों की होली,
खेलेंगे साथ आंख मिचोली,
करेंगे भरपूर ठीठोली,
बांधे रखना अपनी चोली।
ना बचा पायेगी तेरी टोली,
ना सुनेगा कोई हिचकोली,
दिल में छुपी सपनों की रंगोली,
बाहर आ जा करें अठ्खेली।
भुला दे सारे रंजो-गम ये रैली,
लुभाती हमेशा रंगों की झोली,
धो डाले, सारे नफरतों की मैली,
पूरी कर चाहत, भर दे मेरी कौली।
दे तज़गी, बनके मेरी हम जौली,
घुल जा मेरे रंगों में, बन कर गोली।
डिस्कलेमर: उपरोक्त विचारों के लिए लेखक स्वयं उत्तरदायी हैं। जागरण डॉट कॉम किसी भी दावे या आंकड़े की पुष्टि नहीं करता है।
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