नियमानुसार किए गए विकास से जुड़े काम, किसी भी पल कराई जा सकती है जांच : जिप अध्यक्ष
जिला परिषद अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल ने कहा है जिला परिषद से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का काम नियमानुसार कराया गया है। राशि का वितरण समिति की बैठक कर आम सहमति से कराया जाता है।
बेतिया । जिला परिषद अध्यक्ष शैलेंद्र गढ़वाल ने कहा है जिला परिषद से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास का काम नियमानुसार कराया गया है। राशि का वितरण समिति की बैठक कर आम सहमति से कराया जाता है। इसमें कोई भेदभाव नहीं होता है। इसी नियम के अनुसार उनके क्षेत्र में भी काम कराए गए हैं। वे पूरी पारदर्शिता के साथ काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जिप उपाध्यक्ष रेणु देवी के पति अमर यादव के द्वारा कुछ जिला पार्षदों का फर्जी हस्ताक्षर कराकर महज मनगढ़ंत आरोप उनपर लगाया गया है। यह सब विगत दिनों उनपर लगे अविश्वास प्रस्ताव से आहत होकर मामले को पेचीदा बनाने के उद्देश्य से किया गया है। जिला परिषद की राशि का सदुपयोग हुआ है। आरोप के बाबत वे न्यायालय की शरण लेने की बात कही है। वे बुधवार को जिला परिषद में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने उपाध्यक्ष पर विकास कार्यों में रूची नहीं रखने का भी आरोप लगाया है। इसका नतीजा है कि विगत दिनों जिप सदस्यों ने उन पर अविश्वास प्रस्ताव लाया। जिप अध्यक्ष ने दावा करते हुए कहा कि दिए गए आवेदन में कई ऐसे पार्षद हैं, जिन्होंने हस्ताक्षर करने की बात से इनकार किया है। ऐसे पार्षदों ने कहा है कि उन्हें भ्रमित कर हस्ताक्षर करा लिया गया है। जिप अध्यक्ष उपाध्यक्ष पति पर अनाधिकार रूप से हस्तक्षेप करते हुए विकास राशि की 25 फीसद राशि सुरक्षित रखने के दबाव देने की बात कही है। उनके इस सुझाव पर इनकार कर दिए जाने के बाद उनके विरुद्ध साजिश रच कर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। उनमें पारदर्शिता है, उनके काम का कही भी जांच कराया जा सकता है। जिप अध्यक्ष ने उपाध्यक्ष पति पर तंज कसते हुए कहा कि वे दूसरे के उपर आरोप लगाने से पहले अपने आप को देखें। इधर जिप उपाध्यक्ष रेणु देवी ने कहा कि मेरे किसी भी फैसले में मेरे पति हस्तक्षेप नहीं करते हैं। पार्षदों का एक शिष्टमंडल उनके आवास पर उन्हें ज्ञापन सौंपा, जिसे वे वरीय अधिकारियों को प्रेषित कर दिया। मौके पर जिला पार्षद विनय शाही, सफीउद्दीन उर्फ टेनी आदि मौजूद रहे।