महिलाएं होंगी आत्मनिर्भर तभी परिवार में आएगी खुशहाली
बगहा। आईआईटी मुंबई एवं ईएसएल के सहयोग से जीविका के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत गुरुवार को विशाल होटल में किया गया।
बगहा। आईआईटी मुंबई एवं ईएसएल के सहयोग से जीविका के पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत गुरुवार को विशाल होटल में किया गया। आईआईटी के सुनील चौहान एवं जीविका के जोनल मैनेजर गौरव कुमार, प्रकाश कुमार ने बगहा दो प्रखंड के सभी पंचायतों के जीविका की महिलाओं को सोलर लाइट निर्माण का प्रशिक्षण दिया। मौके पर प्रखंड समन्वयक ब्रजेश कुमार बताया कि ने 70 लाख सोलर लैंप योजना के तहत भारत सरकार के ईएसएल व आईआईटी के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले पहली कक्षा से 12वीं तक के सभी छात्रों को एक एक सोलर लैंप दिया जाएगा। जिसकी कीमत सौ रुपये होगी। वैसे इसकी मार्केट में कीमत 700 रुपये है लेकिन छ: सौ रुपये सरकार द्वारा अनुदान दिया जाएगा। पांच दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी पंचायतों से जीविका की महिलाएं शामिल होंगी। ये महिलाएं प्रशिक्षण के बाद सोलर लैंप तैयार करेंगी। प्रखंड में 40 हजार छात्रों के बीच लैंप वितरण किया जाएगा।
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आत्म निर्भर बनेंगी गांव की महिलाएं
आईआईटी के सुनील चौहान ने कहा कि जब तक महिलाएं आत्मनिर्भर नहीं होंगी, तब तक परिवार में खुशहाली नहीं आएगी। महिलाएं जब आत्मनिर्भर होंगी तो पुरुष प्रताड़ना से भी मुक्ति मिलेगी। इस लिए यह अभियान मुख्य रुप से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का है। हालांकि एक साथ दो योजनाओं पर सरकार काम कर रही है। एक तरफ सोलर लैंप का निर्माण कर गांव की महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रही हैं तो दूसरी ओर शिक्षा के क्षेत्र में भी विकास का एक कदम बढ़ रहा है। कई बार बिजली कट जाने से बच्चों की पढ़ाई बाधित हो जाती है। ऐसे में जब सस्ते दर पर बच्चों के पास सोलर लैंप उपलब्ध रहेगा तो उनकी पढ़ाई भी बाधित नहीं होगी।