भोली भाली जनता को झूठे मुकदमे से निजात दिलाने वाले को करेंगे वोट
सुबह के 6 बज रहे हैं। बस थरुहट की उपराजधानी जमुनिया से चलने को तैयार है। बस की हॉर्न की आवाज सुनकर यात्री दौड़े-भागे आ रहे हैं।
बेतिया । सुबह के 6 बज रहे हैं। बस थरुहट की उपराजधानी जमुनिया से चलने को तैयार है। बस की हॉर्न की आवाज सुनकर यात्री दौड़े-भागे आ रहे हैं। जमुनिया वाया नरकटियागंज से बेतिया तक जाने वाली यह एक मात्र बस है। बस में हांफते हुए बैठते ही चुनाव की बात शुरू करते हुए जमुनिया निवासी हरिशंकर साह कहते हैं कि सरकार ने ट्रेन बंद करके हमलोगों की परेशानी को बढ़ा दी है। वन विभाग आज भी अंग्रेजों सा व्यवहार स्थानीय लोगो से करता है। वन विभाग के अंग्रेजों के समय के कानूनों में बदलाव होनी चाहिए। रेल को बंद करने के वन विभाग के फैसले के खिलाफ सरकार को आगे आना चाहिए। इस बार वोट उसे ही करेंगे, जो वन विभाग की अंग्रेजियत वाले कानून से मुक्ति दिलवाने के वादा को करेगा। बात को आगे बढ़ाते हुए राजपुर निवासी देवनाथ महतो कहते हैं कि हजारों निर्दोष नागरिकों को पुलिस के द्वारा फंसाकर प्रताड़ित किया गया, लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि के द्वारा कोई जनता की मदद नही की गई। इस चुनाव में पार्टी पर नही बल्कि व्यक्तित्व पर वोट करना है। हमारा वोट उसे ही मिलेगा, जो जनता के दु:ख-दर्द को समझे और उसे दूर करने की कोशिश करें । देवाड़ के प्रदीप महतो कहते हैं कि सड़के बनी, स्वच्छता के प्रति लोग जागरूक हुए हैं, लेकिन सात निश्चय योजना के अंतर्गत जल-नल योजना में बड़े पैमाने अनियमितता बरती जा रही है। शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नही होती। शिकायत की जाय तो किससे। लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारों से इस आश्वासन के बाद ही वोट किया जाएगा कि वह हमारी समस्याओं को लेकर जंगल विभाग के उच्च पदाधिकारियों के स्तर पर समाधान की पहल करे। गौनाहा के विश्वनाथ महतो व रामावती देवी कहती हैं कि अबकी बार ऐसे उम्मीदवार को जीताकर संसद पहुंचाना है, जो पत्थर खनन पर से रोक को हटवाकर क्षेत्र में बेरोजगारी की समस्या से मुक्ति दिला सके । थरुहट की उप राजधानी वासियों में मुखर प्रतिनिधि को चुनने की बेचैनी है । अपना वोट उसे ही करेंगे जो जनता जनार्दन की समस्याओं के लिए हर दम तैयार मिले। वन विभाग के चेक नाका पर अवैध उगाही को रोकने वाले को करेंगे वोट ठोरी निवासी मोतीलाल पासवान कहते हैं कि वन विभाग के भवानीपुर चेक नाका पर वन कर्मियों द्वारा दिन दहाड़े अवैध वसूली का खेल चलता रहता है। कोई भी जनप्रतिनिधि कुछ नही बोलता है। आम-आवाम में इसके खिलाफ बहुत गुस्सा है। यह गुस्सा वोट के रूप में उस उम्मीदवार को दिया जाएगा, जो इस शोषण से मुक्ति दिला सके। आशीष कुमार कहते हैं कि ठोरी गांव के वाशिन्दों से वन विभाग अंग्रेजो के वक्त जैसा टैक्स वसूलती है, जिसका कोई आधार नही है। आदिशक्ति सुभद्रा मंदिर के विकास के लिए जो प्रयास करेगा उसे ही वोट दिया जाएगा। सरकार के स्तर से प्रत्येक वर्ष डाक किया जाता है। लाखों के राजस्व की उगाही होती है, लेकिन मंदिर के विकास के लिए कोई आगे नही आता है। आस्था का प्रमुख केंद्र होते हुए भी आज तक मंदिर का उचित विकास नही किया जा सका। मंदिर को हेरिटेज के रूप में शामिल कराने की पहल करने वाले को ही इस बार थरुहट की जनता वोट करेगी।