बस में रोजगार के लिए ग्लोबल स्तर की संभावनाओं पर चर्चा शुरू
गौनाहा प्रखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर वीटीआर से सटे गांव रूपवलिया से रोज अनुमंडल मुख्यालय होते हुए जिला मुख्यालय के लिए बस खुलती है।
बगहा । गौनाहा प्रखंड मुख्यालय से पांच किलोमीटर दूर वीटीआर से सटे गांव रूपवलिया से रोज अनुमंडल मुख्यालय होते हुए जिला मुख्यालय के लिए बस खुलती है। सुबह के 6:30 बजे बस रूपवलिया वाया गौनाहा से नरकटियागंज के लिए निकल चुकी है। सिगल सड़क पर हिचकोले खाते हुए रूपवलिया के विकास कुमार चुनाव की चर्चा छेड़ते हुए कहते हैं कि सड़क का चौड़ीकरण जल्द होने वाला है। सड़क चौड़ी हो जाएगी तब सुदूरवर्ती जंगल के समीप वाले इस प्रखंड का तेजी से विकास होगा। तभी सेमरी डुमरी की थारू जनजाति से आने वाली रूपा देवी कहती है कि शराबबंदी हो जाने से क्षेत्र में सुख-चैन है। अब घर का मरद कमाकर समय से घर आ जाता है। पैसा भी अब बचने लगा है। शराबबंदी तो हमारे थरुहट में अमन और विकास लेकर आया है। रूपा देवी कहती है कि सड़क बन ही रही है। चौड़ी सड़क बन जाने से तो हमलोग डायरेक्ट दिल्ली से जुड़ जाएंगे, अब और क्या चाहिए। हमलोगों को तो विकास वाली सरकार चाहिए। अब तो हमलोगों के थरुहट में बड़े-बड़े हाकिम लोग ललभीतिया देखने आ रहे हैं। सुन रही हूं कि विदेशी लोग भी घूमने आएंगे, इससे हमारे बच्चों को काम मिलेगा। रूपा देवी हंसते हुए कहती है कि सरकार त उहे चाहीं जे विकास से कबो समझौता ना करे। रूपवलिया निवासी अवनीश कुमार कहते हैं कि अपराध खत्म हो जाने से हमारे जमीनों की कीमत बढ़ गई है। अब कभी भी कहीं आने जाने के लिए सोचना नही पड़ता है। हमें तो वैसी सरकार चाहिए, जो अपराध को पनपने नहीं दे। अपराध के रुकने से जो विकास की बयार बही है, हम अब हरगिज विकास की इस बयार को मंद नहीं पड़ने दे सकते हैं। जमहौली निवासी व युवा मतदाता अंशु कुमार कहते हैं कि सड़क, शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकार ने गरीबो के लिए बहुत काम किया है। उज्ज्वला योजना से अब थरुहट की महिलाओं के स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर नही पड़ रहा है। इस योजना ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में महती योगदान किया है। वहीं सुरेश महतो कहते हैं सब तो ठीक है, लेकिन महागठबंधन के प्रत्याशी का नाम तय होने दीजिए तब पता चलेगा कि किसका पलड़ा भारी है। कोई भी पार्टी अगर ईमानदार व तेज तर्रार व्यक्ति को उम्मीदवार बनाएगी हमलोग वोट उसे ही देंगे। अब जाति-धर्म से ऊपर उठ कर जनता के हिमायती को चुनने के लिए अपने मत का प्रयोग करना है। नेता जात नही जमात की बात करने वाला होना चाहिए।
बस में बैठे यात्रियों की एक राय थी कि हमलोग वोट उसे देंगे जो रे़फरल अस्पताल में महिला डॉक्टर व अच्छे इलाज के लिए सरकार से पहल कर व्यवस्था कराएगा। चिकित्सा के अभाव में छोटे-छोटे रोगों के उपचार के लिए 65 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय जाना पड़ता है जिससे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। अगर प्रखंड में ही डॉक्टरों व हॉस्पिटल की व्यवस्था में सुधार हो जाये तो गरीब लोगों को बहुत सहूलियत हो जाएगी।
यात्रा के दौरान रेल की बात आते ही सभी ने कहा कि 5 रुपये की जगह 4 साल से 25 रुपये देकर यात्रा करनी पड़ रही है। अमान परिवर्तन के नाम पर अनावश्यक विलंब से लोगों का आर्थिक दोहन हो रहा है। वन विभाग भी विकास को बाधित करने के लिए कुछ न कुछ अड़ंगा लगाते रहता है। भिखनाठोरी तक जाने वाली ट्रेन को एनओसी नहीं देकर वन विभाग विकास की राह में रोड़ा अटका रहा है। श्रीरामपुर के दिनेश वर्मा कहते हैं कि देर से ही सही लेकिन बड़ी लाइन वाली ट्रेन चलने की उम्मीद है। गौनाहा तक ही ट्रेन चलने लगेगी। टैब भी इस क्षेत्र के लोगो के लिए बड़ी सहूलियत हो जाएगी जिससे इस क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।
इनसेट
वीटीआर में पर्यटन को बढ़ावा से खुश दिखी जनता
ललभीतिया से लेकर ठोरी तक पर्यटन के विकास की रफ्तार से जनता काफी खुश हैं। अब थरुहट में रोज पर्यटकों की बड़ी-बड़ी लग्जरी गाड़ियां देखकर मन में खुशी होती है। रूपवलिया की सुमन देवी कहती हैं अब गांव-गांव बिजली आ गइल बा। लइका सबके पढ़े में कउनो दिक्कत नइखे होत। बिजली आ गइला से जंगल के जानवर भी गांव में नही आ रहा है। तभी टहकौल निवासी दयाशंकर पटवारी बोल पड़ते हैं कि थरुहट में वाजपेयी जी की सरकार में जो आरक्षण दिया गया, उसके कारण बहुत विकास हुआ है। हमें तो वही सरकार चाहिए जो हमारी आर्थिक प्रगति का द्वार प्रशस्त करे।