West champaran : सीमा पर कौन-सा कदम बदलेगा भारत-नेपाल रिश्तों की तस्वीर? स्वच्छता अभियान बना रहस्य का केंद्र
भारत-नेपाल सीमा पर चल रहा स्वच्छता अभियान केवल सफाई तक सीमित नहीं है। यह दोनों देशों के रिश्तों में बदलाव ला सकता है। अभियान का उद्देश्य सीमावर्ती क्ष ...और पढ़ें

सीमा पर सफाई करते एसएसबी व नेपाल के एपीएफ जवानों समेत स्थानीय सम्मानित लोग। जागरण
संवाद सूत्र सिकटा (पश्चिम चंपारण)। स्वच्छ भारत अभियान के तहत रविवार को सिकटा भिस्वा चेकपोस्ट पर स्वच्छता पखवाड़ा की शुरुआत हुई। इस मौके पर संयुक्त तौर पर चलाए गए व्यापक और प्रेरणादायी स्वच्छता अभियान में भारत और नेपाल की सुरक्षा एजेंसियों ने एकजुट होकर हिस्सा लिया।
एसएसबी–एपीएफ ने मिलकर किया नेतृत्व
अभियान का नेतृत्व एसएसबी सिकटा कंपनी के प्रभारी एवं 47वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट दिनकर त्रिपाठी ने किया। नेपाल एपीएफ की ओर से उप निरीक्षक दुर्वा क्षेत्री और एसएचसी राम माया कुवल समेत अन्य जवानों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
स्थानीय नागरिकों की बड़ी भागीदारी
सीमावर्ती इलाके के नागरिक भी बड़ी संख्या में अभियान में शामिल हुए। सिकटा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि राजन चौरसिया, मानवाधिकार कार्यकर्ता मंटू सर्राफ, उप सरपंच संजय सर्राफ सहित क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित लोगों ने सफाई में योगदान दिया।
बार्डर क्षेत्र में व्यापक सफाई
अभियान के दौरान सीमा पर बिखरे कचरे को चुन–चुनकर हटाया गया। सड़क किनारे और रास्तों की झाड़ू से साफ-सफाई की गई। दोनों देशों के जवानों ने समर्पण और तालमेल के साथ काम कर अभियान को गति दी।
भारत-नेपाल मैत्री को देगा मजबूती
सहायक कमांडेंट दिनकर त्रिपाठी ने संयुक्त पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह अभियान स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने इसे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ भारत-नेपाल मैत्री संबंधों को और अधिक सुदृढ़ बनाने वाला प्रेरक प्रयास बताया।
नेपाल और भारत के अनेक लोग रहे उपस्थित
अभियान में जयराज श्रीवास्तव, ललन सर्राफ समेत नेपाल के भिस्वा और स्थानीय बाजार के दर्जनों सम्मानित लोग मौजूद थे, जिन्होंने स्वच्छता के इस संदेश को जमीन पर उतारने में अहम भूमिका निभाई।

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