चौकसी के बावजूद नहीं रुक रहा ट्रेन का वैक्यूम
लंबी दूरी चलने वाली तमाम गाड़ियों में स्टेशन से पहले ही वैक्यूम कर गाड़ी रोकने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। जबकि इसके लिए रेल प्रशासन तमाम चौकसी का प्रबंध किया है। इसमें बेटिकट यात्रियों की संख्या अधिक है। वे बगहा स्टेशन पर आने वाले अक्सर यात्री हरनाटांड़ व वाल्मीकिनगर क्षेत्र के होते हैं।
बगहा । लंबी दूरी चलने वाली तमाम गाड़ियों में स्टेशन से पहले ही वैक्यूम कर गाड़ी रोकने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है। जबकि इसके लिए रेल प्रशासन तमाम चौकसी का प्रबंध किया है। इसमें बेटिकट यात्रियों की संख्या अधिक है। वे बगहा स्टेशन पर आने वाले अक्सर यात्री हरनाटांड़ व वाल्मीकिनगर क्षेत्र के होते हैं। जिनको बगहा आने से आसान वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन उतरना आसान लगता है। ऐसे में वहां वैक्यूम स्वभाविक है। कुछ इसी प्रकार के यात्री बगहा के कैलाशनगर आसपास के भी होते हैं। जो अपने घर के पास उतरने के खयाल से आउटर सिगनल पर ही वैक्यूम कर देते हैं। उन्हे तो राहत मिल जाती है। लेकिन, आम यात्रियों को परेशानी के साथ रेलवे को काफी नुकसान होता है। रेलवे को होता है नुकसान
एक बार वैक्यूम करने पर रेलवे को करीब 20 से 25 हजार तक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जाता है। जबकि यात्री वैक्यूम करके आसानी से उतर कर अपने घर चले जाते हैं। एक व्यक्ति को टिकट कटा कर यात्रा करने से कई गुना अधिक नुकसान एक यात्री को वैक्यूम करके उतरने से होता है।
राजीव रंजन पांडेय स्टेशन, अधीक्षक बगहा सजा का है प्रावधान
वैक्यूम करने के दौरान पकड़े जाने पर पांच सौ रुपये जुर्माना के साथ एक माह कैद की सजा का प्रावधान है। आरपीएफ द्वारा ऐसे लोगों व ऐसे स्थलों को चिन्हित कर वहां चौकसी रखी जाती है। साथ ही वहां उतरने वाले यात्रियों को पकड़ कर उनसे पूछताछ की जाती है। संदिग्ध यात्रियों को गिरफ्तार कर उन्हें चालान कर दिया जाता है।
बीके तिवारी निरीक्षक ,आरपीएफ नरकटियागंज