हिन्दी में शुद्धता, स्पष्ट लिखावट व भाषा पर रखें ध्यान
पश्चिम चंपारण। अगले माह में इंटर की परीक्षा होनेवाली है। परीक्षार्थी इसकी तैयारी में दिन-रात जुटे हुए हैं।
पश्चिम चंपारण। अगले माह में इंटर की परीक्षा होनेवाली है। परीक्षार्थी इसकी तैयारी में दिन-रात जुटे हुए हैं। मगर कई छात्र हिदी विषय में तैयारी को लेकर सामान्य तौर पर पूरी तरह निश्चित रहते हैं। मगर, ऐसा नहीं है। इसे हल्के में नहीं लें। यह विषय बहुत महत्वपूर्ण है। राष्ट्रभाषा हिदी में पास करना अनिवार्य है। इसलिए हिन्दी में शुद्धता, स्पष्ट लिखावट व भाषा पर ध्यान बहुत जरूरी है। उक्त बातें अपेक्स के निदेशक हेमंत राय ने मंगलवार को कॅरियरशाला में कहीं। उन्होंने कहा कि इंटर की परीक्षा में हिन्दी विषयों की तैयारी के लिए शुद्धता पर पकड़ होनी चाहिए। परीक्षार्थियों को अपने ही भाषा में उत्तर देने की कोशिश करनी चाहिए। प्रश्नों को समझें और उतर अपने हिसाब से दें। हिन्दी में 50 अंक के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें पाठ एवं उनके लेखक व कवियों का नाम, जीवनी, पाठ की विद्या, पाठ के मुख्य पात्र एवं संबंध, कवि एवं लेखक के काल, उपाधि एवं उपनाम महत्वपूर्ण है। व्याकरण भाग से लिग, विलोम, पर्यायवाची, संधि विच्छेद, मुहावरा, काल, कारक, विशेषण, समास, उपसर्ग, प्रत्यय आदि महत्वपूर्ण है।
इनसेट
एनआरबी के होंगे 50 अंक
हिन्दी में एनआरबी 50 अंकों के होंगे। इसमें भावार्थ, सारांश से 10 अंकों के प्रश्न पूछे जाएंगे। अतिलघुउतरीय 5 अंकों के पांच प्रश्न होंगे। संक्षेपण एवं निबंधन 5-5 अंकों का होगा। इसी प्रकार एलएल हिन्दी 100 अंक के होते है। परीक्षा का पैटर्न कठिन नहीं होता। यदि एकाग्रचित तथा आत्मविश्वास के साथ पूरे सिलेबस का आंतरिक मूल्यांकन करें। निरंतर कठिन प्रश्नों का सतत अभ्यास करें और भाषा और वर्तनी पर ध्यान देने चाहिए। छात्रों को रटने की आदत से परहेज करना चाहिए। वे जिस विषय वस्तु को पढ़ रहे हैं उसे अपने शब्दों में लिखकर नोट्स तैयार करने की आदत विकसित करनी चाहिए। साथ ही तैयार नोट्स का मिलान या फिर अपने गुरुजन या वरिष्ठ से उसमें सुधार करा लें। बार-बार लिखने से आपको ज्यादा फायदा करेगा।