पुराने बुकिग कार्यालय में फिर संचालित हुआ टिकट काउंटर
पश्चिम चंपारण। रेल यात्रियों के समक्ष करीब दो माह से टिकट लेने की बनी चुनौती और इस मुद्दे को लेकर लोगों में बने रहे आक्रोश को रेल प्रशासन ने शांत कराने की पहल की है।
पश्चिम चंपारण। रेल यात्रियों के समक्ष करीब दो माह से टिकट लेने की बनी चुनौती और इस मुद्दे को लेकर लोगों में बने रहे आक्रोश को रेल प्रशासन ने शांत कराने की पहल की है। पुराने बुकिग कार्यालय में फिर से एक टिकट काउंटर संचालित कर दिया गया है। यह व्यवस्था तब तक बनी रहेगी जब तक की स्टेशन के उत्तरी दिशा में नए टिकट काउंटर का निर्माण और संचालन आरंभ नहीं जाता। बता दें कि रेल यात्रियों के समक्ष टिकट लेने की चुनौती और इस असुविधा के लिए उनमें उत्पन्न आक्रोश को दैनिक जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। रेल प्रशासन को यात्रियों की समस्याओं से अवगत कराया। स्टेशन के दक्षिण दिशा में संचालित टिकट काउंटर तक पहुंचकर टिकट लेने में न केवल ट्रेन छूटने की संभवना रहती थी, बल्कि बिना टिकट पकड़े जाने का भय और बुजुर्ग व महिला यात्रियों के समक्ष वहां पहुंचना भी काफी मुश्किल रहा। यात्री लगातार पुराने बुकिग कार्यालय में कम से कम एक काउंटर संचालन की मांग कर रहे थे। राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे ने रेल महाप्रबंधक से इस समस्या के समाधान करने के लिए दूरभाष पर बात किया। इतना ही नहीं रेल संघर्ष समिति की ओर से कन्हैया अग्रवाल ने भी शीर्ष पदाधिकारियों को लिखा। आखिरकार यात्रियों की समस्या पर रेल प्रशासन ने पुराने बुकिग कार्यालय में फिर से एक टिकट काउंटर बुधवार को दोपहर बाद दो बजे से शुरू कर दिया गया है। इसको लेकर व्यवसायियों और आम लोगों ने खुशी जताई है।
------------------------------------------------------------
कोट--
पुराने बुकिग कार्यालय में एक टिकट काउंटर यात्रियों की सुविधा के लिए बहाल कर दी गई है। ताकि यात्री अपनी सुविधा के अनुसार टिकट ले सकें । उच्च अधिकारियों के निर्देश पर दो बजे से टिकट काउंटर को चालू कर दिया गया है।
मदन मोहन झा
डीसीआई, नरकटियागंज