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20 लाख रंगदारी मामले में चकिया से तीन कुख्यात गिरफ्तार

सीमेंट व्यवसायी रविद्र कुशवाहा के सेलफोन पर दो बार रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्वी चंपारण जिले के चकिया से तीन कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 12:42 AM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 12:42 AM (IST)
20 लाख रंगदारी मामले में चकिया से तीन कुख्यात गिरफ्तार
20 लाख रंगदारी मामले में चकिया से तीन कुख्यात गिरफ्तार

बेतिया । सीमेंट व्यवसायी रविद्र कुशवाहा के सेलफोन पर दो बार रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्वी चंपारण जिले के चकिया से तीन कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से एक पिस्टल और एक कारतूस समेत चार सेलफोन बरामद किया है। गिरफ्तार बदमाशों में पिटू कुमार, विपुल कुमार तथा शमा आलम शामिल हैं। थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता ने बताया कि मोबाइल सीडीआर की जांच के उपरांत चकिया से इन तीनों अपराधियों की गिरफ्तारी की गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि ये तीनों महाकाल नाम से एक ग्रुप बनाये हुए थे, जो मुकेश पाठक, सुजीत चौधरी एवं गोलू दुबे के इशारे पर संचालित किया जा रहा था। उन्होंने बताया कि अपराधी विकास सिंह से भी इन तीनों का संबंध है। यहां बता दें कि सीमेंट व्यवसायी रविद्र कुशवाहा के मोबाइल पर 15 मार्च एवं 21 मार्च को धमकी भरा फोन आया था, जिसमें 20 लाख की रंगदारी की मांग की गई थी। मांग पूरी नहीं होने पर दोनों सगे भाइयों को जान से मारने की धमकी दी गई थी।

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थानाध्यक्ष के अनुसार 21 मार्च को इन तीनों बदमाशों ने रविद्र कुशवाहा की हत्या की नीयत से बेतिया तक पीछा भी किया था, परंतु सफलता नहीं मिल पाई। पुलिस गाड़ी को देख पॉलिथीन में पिस्टल और कारतूस को रख मझौलिया थाना क्षेत्र के अमवा मन के समीप गड्ढा खोदकर छुपा दिया था। थानाध्यक्ष ने बताया कि 26 अक्टूबर को रविद्र कुशवाहा की दुकान पर इसी गैंग लोगों द्वारा गोली चलाई गई थी, इसमें रविद्र कुशवाहा के कर्मचारी बीगु मांझी को गोली लगी थी। इस मामले में थाना में 477/2018 कांड संख्या दर्ज कर प्राथमिकी की गई थी। इसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था। वे सभी मोतिहारी जेल से स्थानांतरित होकर फिलहाल भागलपुर मंडल कारा में बंद है। उन्होंने बताया कि गोली कांड में बाइक चालक विश्वजीत उर्फ गोलू दुबे अब भी पुलिस की पकड़ से दूर है। वहीं उन्होंने बताया कि चकिया के कुंअवा गांव निवासी पिटू कुमार मुख्य षड्यंत्रकर्ता है। वह अपने बगलगीर के नाम पर सिमकार्ड निकाल कर धमकी दे रहा था, जिसमें विपुल कुमार भी शामिल था। वहीं सीमकार्ड बेचने वाला शमा आलम भी पुलिस गिरफ्त में है। वहीं इस कांड के अश्वनी कुमार उर्फ गोलू दुबे फरार चल रहा है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में मझौलिया के ही एक स्थानीय व्यक्ति को लाइनर के रुप में चिह्नित किया गया है। जल्द ही पुलिस उसको भी पकड़ कर जेल भेज देगी। छापेमारी में मझौलिया थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता व अवर निरीक्षक सुनील कुमार सिंह के साथ मोतिहारी पुलिस भी शामिल थी।

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