कन्या विवाह योजना से हजारों लाभार्थी वंचित, व्यवस्था पर सवाल
बगहा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सरकार द्वारा गरीब लड़कियों की शादी में सहायता स्वरूप चालू की ग
बगहा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सरकार द्वारा गरीब लड़कियों की शादी में सहायता स्वरूप चालू की गई है। लेकिन अगर कोई गरीब इस योजना से अपनी बेटी की शादी करना चाहता है तो यह तय मानिए कि उसकी बेटी की शादी संभव नहीं होगी। क्योंकि इस योजना के आरंभ होने के साथ ही इतने पेंच लागू किए गए थे कि लाभुक दफ्तरों का चक्कर लगाकर थक जाता है। दरअसल, इस योजना का उद्देश्य गरीब पिता को बेटी की शादी में मदद पहुंचाने की है। लेकिन योजना जब से लागू हुई तब से कुछेक वर्षों तक इस योजना का लाभ बेटी के ससुराल वाले ले रहे थे। अभी तो पिछले पांच वर्ष से कोई आवंटन ही नहीं आया है। इस वजह से किसी को लाभ मिली ही नहीं। योजना का लाभ लेने के लिए लाभुक को शादी के कार्ड के साथ प्रखंड में अर्जी दाखिल करना है। प्रखंड से इसकी जांच होगी, फिर लाभुक को भुगतान किया जाएगा। यहीं प्रावधान है। लेकिन पांच वर्ष पूर्व की व्यवस्था यह थी कि लाभुक अर्जी दिया और जब तक इसकी जांच होती थी तब तक शादी का कार्यक्रम संपन्न हो गया रहता था। ऐसे में बेटी की विदाई के बाद इस योजना के लाभ के हकदार उसके ससुराल वाले हो जाते थे।
------------------------
पांच वर्ष से योजना मद में राशि नहीं
वर्ष 2013 से इस योजना पर ग्रहण सा लग गया। तब से लेकर अब तक जितने भी आवेदन आए हैं उनको इस योजना का लाभ नहीं मिला है। एक सर्वे के अनुसार बगहा दो प्रखंड में अब तक 12 हजार से अधिक आवेदन लंबित है। जिनको इस योजना का लाभ नहीं मिला है। लाभुक प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। बाबू इन्हें तरह तरह के आश्वासन भी दे रहे हैं। बगहा दो के बीडीओ प्रणव कुमार गिरि का कहना है कि इस योजना मद में आवंटन ही नहीं आया है। इसलिए लाभुकों को राशि नहीं दी जा रही है। आवंटन के लिए जिला में प्रतिवेदन भेजा गया है। राशि आने के बाद सभी लाभुकों को दी जाएगी।
------------------------
केस स्टडी - एक बगहा दो प्रखंड के ग्राम विनवलिया की दमयंती देवी की बेटी की शादी तीन वर्ष पूर्व हुई । उन्होंने पंचायत के माध्यम से कन्या विवाह योजना के लाभ के लिए प्रखंड में अर्जी भी दी। पंचायत सचिव गांव में जांच करने के लिए गए। बेटी की शादी हो गई। वह अपने घर चली गई। लेकिन इस योजना मद की राशि नहीं मिली । बेटी के ससुराल वाले फोन करते हैं। कब तक मिलेगी विवाह योजना की राशि।
---------------------------------------------
केस स्टडी - दो
बलुआ छत्रौल की दुलारी देवी की बेटी की शादी उत्तर प्रदेश के नेबुआ में हुई है।शादी को चार साल बीत गए। सरकारी पैसे के लिए कई बाद बेटी दामाद यहां आए भी। लड़की के घर वालों को लगता है कि उसका पैसा उठ गया है। जबकि पैसे मिले ही नहीं है। इस रुपये के लिए बेटी दामाद में हमेशा झगड़ा होता रहता है। बेटी समझाती है कि जब पैसे आएंगे तो उठाने के लिए मुझे जाना पड़ेगा।
------------------------
केस स्टडी - तीन
महुअवा कटहरवा की सुजाता देवी। चार वर्ष पूर्व इनकी बेटी की शादी हुई। विवाह योजना की राशि मिलेगी। इस उम्मीद में कर्ज लेकर खर्च किया। चार वर्ष से प्रखंड का चक्कर लगा रहीं है। कर्ज जिससे ली थीं, वह अपना पैसा मांग रहा है। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से दी जाने वाली राशि नहीं मिली। ताकि जिससे कर्ज ली थी, उसका चुकता करें।
------------------------
केस स्टडी - चार
नौरंगिया के मुंद्रिका महतो। तीन वर्ष बेटी की शादी हुई थी। पंचायत के माध्यम से विवाह योजना का अर्जी दिया था। बताया गया कि जल्द ही राशि मिल जाएगी। लेकिन प्रखंड का चक्कर लगाते लगाते थक गई। राशि नहीं मिली। बेटी फोन कर बार बार पूछती है। अब वह बाल बच्चेदार भी हो गई है। कम से कम इस समय भी राशि मिल जाती तो उसके बच्चों के लालन पालन में सहयोग हो जाता।
----------------------------
इनसेट बयान :
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना मद में आवंटन नहीं है। जून 2013 से ही फंड के अभाव में यह योजना लंबित है। फंड के लिए जिला में प्रतिवेदन भेजा गया है। जैसे ही फंड आता है आवेदन के अनुसार लोगों को भुगतान कर दिया जाएगा।
प्रणव कुमार गिरि, बीडीओ, बगहा दो