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स्कूल परिसर में जलजमाव,बच्चों की संख्या हुई कम

मधुबनी प्रखंड के धनहा पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय धनहा बालक विद्यालय प्रांगण में होने वाले जलजमाव से बच्चों को काफी परेशानी हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 12:30 AM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 12:30 AM (IST)
स्कूल परिसर में जलजमाव,बच्चों की संख्या हुई कम
स्कूल परिसर में जलजमाव,बच्चों की संख्या हुई कम

बगहा। मधुबनी प्रखंड के धनहा पंचायत स्थित प्राथमिक विद्यालय धनहा बालक विद्यालय प्रांगण में होने वाले जलजमाव से बच्चों को काफी परेशानी हो रही है। छात्र छात्राओं को विद्यालय प्रांगण के पानी को पार कर विद्यालय कक्ष में जाना पड़ता है। जिससे बच्चों को पानी में गिरने का भय बना रहता है। बरसात के समय से ही विद्यालय प्रांगण में होने वाले जलजमाव के चलते अभिभावक भी अपने बच्चों को विद्यालय भेजने में कतरा रहे हैं। विद्यालय के प्रधान शिक्षक केशव प्रसाद ने बताया कि विद्यालय में बरसात शुरू होते ही जलजमाव हो जाता है। विद्यालय प्रांगण में इतना पानी लगता है कि बच्चों को विद्यालय प्रांगण को पार करना मुश्किल होता है। विद्यालय प्रांगण में मिट्टीकरण कार्य के लिए सरकार की नजर अब तक इस ओर नहीं गई है। जबकि इसके बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सहित पंचायत के अन्य जनप्रतिनिधियों से भी विद्यालय प्रांगण में मिट्टीकरण कार्य कराने के लिए कहा गया है। लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान अब तक प्राथमिक विद्यालय बालक की तरफ नहीं गया । जिसके चलते पठन-पाठन के कार्य एवं आम सुविधाओं में काफी परेशानी होती है। प्रधान शिक्षक ने कहा कि एक तरफ जहां विद्यालय में शिक्षकों की कमी की मार बच्चों को झेलनी पड़ रही है । वहीं दूसरी तरफ विद्यालय प्रांगण में होने वाले जलजमाव से बच्चों की संख्या में काफी कम हो गई है। अभिभावक अपने बच्चों को विद्यालय भेजने में कतरा रहे हैं। विद्यालय में हुए जल जमाव के बाद जैसे ही धूप निकलती है । पानी सड़ना शुरू हो जाता है । उस से दुर्गंध आने लगती है ,जिससे तरह तरह की बीमारी फैलने का भी भय बना रहता है। अभिभावक भी इसी बीमारी के भय के चलते अपने बच्चों को नहीं भेजते हैं ।वही ग्रामीण रामनाथ यादव ,उप मुखिया पति निक्कू ¨सह ,राजीव कुमार गुप्ता, कृष्णा प्रसाद आदि लोगों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय बालक में जब भी बरसात आता है । बरसात का पानी विद्यालय के प्रांगण में पूरी तरह से लग जाता है ।बच्चों को खेलने की बात तो दूर उस पानी को पार कर विद्यालय कक्ष में पहुंचना भी काफी मुश्किल होता है ।इसी तरह से विद्यालय प्रांगण में जलजमाव होता रहा तो विद्यालय के पानी के सड़ने से तरह-तरह की बीमारियां फैलेंगी । जब तक विद्यालय प्रांगण मिट्टीकरण का कार्य नहीं होता है। जलजमाव में कभी नहीं आती है। तब तक वह अपने बच्चे को विद्यालय नहीं भेजेंगे।

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