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बुआ के श्राद्ध कर्म में शामिल होने आए भतीजे की उठी अर्थी

नौरंगिया थाना क्षेत्र के पचफेड़वा गांव निवासी नंदकिशोर खतईत के पुत्र देवराज खतईत (28) का शव शुक्रवार की सुबह में घर पहुंचा। शव के पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 10:13 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 10:13 PM (IST)
बुआ के श्राद्ध कर्म में शामिल होने आए भतीजे की उठी अर्थी
बुआ के श्राद्ध कर्म में शामिल होने आए भतीजे की उठी अर्थी

बगहा । नौरंगिया थाना क्षेत्र के पचफेड़वा गांव निवासी नंदकिशोर खतईत के पुत्र देवराज खतईत (28) का शव शुक्रवार की सुबह में घर पहुंचा। शव के पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता नंदकिशोर खतईत एक मात्र पुत्र की दुर्घटना में मौत के बाद गहरा सदमे में हैं। बताया जाता है कि देवराज अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। जो फिलहाल जमुई जिले के झाझा स्थित ग्रामीण बैंक भटनी में कैशियर के पद पर कार्यरत था। हाल ही में अपनी बुआ की मौत पर उनके श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए घर आया था। लेकिन, होनी को तो कुछ और ही मंजूर था। उसके पिता नंदकिशोर खतईत रोते हुए कहते हैं कि हमारे जीने का एकमात्र तो सहारा था। मुझे क्या पता था कि वो अपनी बुआ के श्राद्ध में शामिल होने आएगा और हमेशा के लिए हमलोगों से बिछड़ जाएगा। शुक्रवार को उसकी बुआ का श्राद्ध कर्म था। उसी के लिए सामान की खरीदारी करने के लिए गुरुवार को घर से चंपापुर जाने के लिए निकला था। लेकिन, रामनगर की ओर से तेज रफ्तार में आ रही पीयूष कंपनी की बस ने ठोकर मार दिया। यहां बता दें कि करीब पांच साल पहले देवराज की शादी बेरई गांव की प्रतिमा से हुई थी। जिनकी एक तीन वर्षीय बेटी भी है। देवराज अपने पीछे माता- पिता और अपनी पत्नी के साथ एक मासूम बच्ची को छोड़ गए हैं। मृतक की पत्नी अपने पति की मौत से बदहवास हो गई है। उसका रो-रोकर बुरा हाल है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार की देर शाम रामनगर से वाल्मीकिनगर तक चलने वाली पीयूष कंपनी की बस ने दोन नहर के धंगड़हिया गांव के नदी भौजी पोखरा के पास बाइक सवार देवराज को ठोकर मार दिया था और मौके से फरार हो गया। ठोकर लगने से देवराज बुरी तरह जख्मी हो गया था। जिसे गंभीर स्थिति में आसपास के ग्रामीणों ने हरनाटांड़ पीएचसी इलाज के लिए पहुंचाया। जहां स्थिति बेहद नाजुक होने की वजह से प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने बेहतर उपचार के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बगहा रेफर कर दिया। लेकिन, रास्ते मे ही उसकी मौत हो गई। अनुमंडल अस्पताल में चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

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बस चालक ने ट्रैक्टर को भी मारी थी ठोकर : पीयूष बस के चालक ने गुरुवार की सुबह एक ट्रैक्टर को भी ठोकर मारी थी। वाल्मीकिनगर से रामनगर जाने के क्रम में सोहरिया और चंपापुर के बीच में बस चालक ने एक ट्रैक्टर में ठोकर मार दी। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने एक घंटे तक बस को रोके रखा था और काफी मान-मनौव्वल व हर्जाना भरने के बाद बस अपने गंतव्य को रवाना हुई। वहीं दूसरी ओर पचफेड़वा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि इसी बस ने पिछले साल ग्रामीण बिशुनी महतो को ठोकर मार दी थी। जिसमें कटैया पुल के पास गिरकर उनकी भी मौत हो गई थी।

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इनसेट --

तड़पता रहा घायल और वीडियो बनाते रहे लोग पूरी घटना का सबसे दुखद पहलू यह है कि लोग हादसे के बाद करीब आधे घंटे तक घायल सड़क पर तड़पता रहा और अगल -बगल के युवक का वीडियो बनाते और फोटो खींचते रहे। लेकिन, किसी ने उसे तत्काल अस्पताल नहीं पहुंचाया। दुर्घटना के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें देवराज मदद की गुहार लगा रहा है। वो कह रहा था कि जल्दी अस्पताल पहुंचाइए, मर जाऊंगा तब क्या फायदा? जिसमें दूसरी ओर से जवाब मिलता है कि घबराईए नहीं, अभी कोई गाड़ी आ रही है तो ले चल रहे हैं अस्पताल। करीब आधे घंटे बाद किसी ने प्राइवेट एंबुलेंस बुलाकर उसे अस्पताल पहुंचाया। तब तक खून काफी बह चुका था। दर्द और पीड़ा से कराहते हुए देवराज का धैर्य जवाब दे चुका था और उसकी मौत हो चुकी थी। हालांकि घटना वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र की थी। लेकिन, मरने वाला नौरंगिया थाना क्षेत्र का है। इसलिए पुलिस ने भी इसपर तत्परता नहीं दिखाई। अगर पुलिस भी तत्परता दिखाई होती तो शायद उसकी जान बच सकती थी।

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बयान : मृतक के परिजनों द्वारा अभी तक कोई आवेदन नहीं दिया गया है। अगर आवेदन प्राप्त होता है तो निश्चित ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

जयप्रकाश सिंह, थानाध्यक्ष वाल्मीकिनगर


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