कटावरोधी कार्य की गुणवत्ता जांच के लिए पटना से पहुंची टीम
गुरुवार को पटना से पहुंची विभागीय उड़नदस्ता की दो सदस्यीय टीम ने पीपी तटबंध पर हो रहे एंटीरोजन कार्य की गुणवत्ता की जांच की। जांच में मिले तथ्यों को टीम के सदस्यों ने सार्वजनिक नहीं किया।
बगहा । गुरुवार को पटना से पहुंची विभागीय उड़नदस्ता की दो सदस्यीय टीम ने पीपी तटबंध पर हो रहे एंटीरोजन कार्य की गुणवत्ता की जांच की। जांच में मिले तथ्यों को टीम के सदस्यों ने सार्वजनिक नहीं किया। लेकिन, संभावना व्यक्त की जा रही है कि गुणवत्ता संतोषप्रद नहीं है। उड़नदस्ता टीम में शामिल कार्यपालक अभियंता प्रमोद कुमार और सहायक अभियंता शंकर प्रसाद जायसवाल ने एंटीरोजन कार्य के गुणवत्ता की जांच के दौरान कार्य के प्रगति का भी जायजा लिया गया। टीम का नेतृत्व कर रहे कार्यपालक अभियंता श्री कुमार ने बताया कि जांच में मिले तथ्यों को सार्वजनिक नहीं करेंगे। उन्होंने इसके लिए अधिकारिक रुप से अक्षम बताते हुए कहा कि एंटीरोजन कार्य की प्रगति व गुणवत्ता की जांच की जा रही है। जांच में उजागर तथ्यों की रिपोर्ट प्रधान सचिव को सौंपेंगे। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दो में जांच चल रही है। दोनों प्रमंडल में जांच पूरा करके रिपोर्ट तैयार की जाएगी और प्रधान सचिव को रिपोर्ट सौंप दिया जाएगा। टीम ने दस अदद खाली जिओ बैग की तौल कराई। जिसका वजन 8.66 किग्रा पाया गया। हालांकि कार्यस्थल पर ग्रेबियन और नॉयलन कैरेट तथा मिर्जापुरी बोल्डर एवं भवन निर्माण की भी जांच की गई। गौरतलब है कि पीपी तटबंध के दोनों प्रमंडल में एंटीरोजन कार्य चल रहा है। कार्य पूर्ण करने के लिए मात्र एक माह और शेष है । भौतिक रुप में अबतक औसतन साठ फीसद कार्य हो पाया है। लेकिन संवेदक उमेश सिंह के द्वारा तेजी से कार्य कराई जा रही है । नदी की जलस्तर में उतार-चढ़ाव से भी कार्य करने मे संवेदक को परेशानी हो रही है । यह कार्य मुजफ्फरपुर के फुलार कम्पनी को आवंटित है। 15 मई तक कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है । मिट्टी का कार्य करीब अंतिम चरण में है । उल्लेखनीय है कि आगामी बाढ़ से पहले क्षतिग्रस्त स्थलों को कटाव रोधी कार्य कराकर सुरक्षित किया जाना है । ताकि उन स्थलों पर बाढ़ का खतरा नही रहे । निरीक्षण के दौरान कार्यपालक अभियंता हरेंद्र प्रसाद सिंह, जेई संतोष चक्रवर्ती, जितेन्द्र कुमार, ब्रजेश कुमार, हरिचंद गुप्ता, निखला नंद पांडेय आदि मौजूद रहे ।