आपातकालीन स्थिति से निपटने को रहें तैयार, बालू भरी बोरियों व बोल्डर का करें भंडारण
पश्चिमी चंपारण। कोरोना संकट के बीच मानसून अवधि शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में बरसात पूर्व बाढ़ से निपटने को लेकर चल रही तैयारियों को लेकर प्रशासनिक महकमा संजीदा हो गया है।
पश्चिमी चंपारण। कोरोना संकट के बीच मानसून अवधि शुरू होने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में बरसात पूर्व बाढ़ से निपटने को लेकर चल रही तैयारियों को लेकर प्रशासनिक महकमा संजीदा हो गया है। वाल्मीकिनगर गंडक बराज के विभिन्न बांधों का जायजा लेने के बाद एसडीएम विशाल राज ने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, बगहा के कार्यपालक अभियंता एवं अंचल अधिकारी, बगहा एक के साथ नगर परिषद के मिर्जा टोली, रामधाम घाट, दीनदयाल नगर घाट एवं गंडक नदी के बांयें चंपारण तटबंध का जायजा लिया। बगहा से बथवरिया के बीच गंडक नदी पर बने चंपारण तटबंध के निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने कई बिदुओं पर तटबंध की सुरक्षा को लेकर चिता जाहिर की। कहा कि बाढ़ अवधि शुरू होने से पूर्व सभी चिन्हित बिदुओं पर बाढ़ संघर्षात्मक कार्य की पुख्ता तैयारी होनी चाहिए। उन्होंने अभियंता को सभी बिदुओं पर जियो बैग एवं बोल्डर का पर्याप्त भंडारण करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया। ताकि बाढ़ के समय आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके। एसडीएम ने बतया कि रजवटिया से रतवल के बीच तटबन्ध पर पथ निर्माण विभाग के द्वारा पूर्व में जिस सड़क का निर्माण कराया गया है, उसमें दोनों तरफ फ्लैंक नहीं है। जिसके कारण कई जगहों पर सड़क का किनारा टूट गया है। रोड के दोनों तरफ तीन फीट की चौड़ाई में फ्लैंक बनवाने हेतु संबंधित विभाग को निदेशित करते हुए एसडीएम ने कहा कि इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। कहा कि रतवल से बथवरिया होते हुये मनुआपुल तक बायां तटबंध पर जिस सड़क का निर्माण होना है, वह अभी लंबित है। इसके निर्माण के लिए प्रतिवेदन तैयार करते हुए जिलाधिकारी को पत्राचार किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान नगर के विभिन्न घाटों की सुरक्षा को लेकर एसडीएम संतुष्ट नजर आए।