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पूजा अर्चना को शिवालयों में उमड़ी भीड़

देवों के देव महादेव व माता पार्वती की पूजा अर्चना को ले सोमवार को जिले के शिवालय गुलजार हो उठा। शिवालयों में शिव भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 11:45 PM (IST)Updated: Mon, 13 Aug 2018 11:45 PM (IST)
पूजा अर्चना को शिवालयों में उमड़ी भीड़
पूजा अर्चना को शिवालयों में उमड़ी भीड़

बेतिया। देवों के देव महादेव व माता पार्वती की पूजा अर्चना को ले सोमवार को जिले के शिवालय गुलजार हो उठा। शिवालयों में शिव भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी। सुबह पांच बजे से लेकर शाम सात बजे तक शिवालय हर-हर महोदव व ओम नम: शिवाय के जयघोष से गूंजते रहे। इस क्रम में लोगों के बीच शिव का रूद्राभिषेक व जलाभिषेक करने की होड़ लगी रही है। पूजा की धूम गांव से शहर तक बनी रही। पवित्र सावन माह के सोमवारी को यूं तो सभी शिवालय में शिव भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी, लेकिन सबसे ज्यादा रौनक नगर सागर पोखरा स्थित मनोकामना शिव मंदिर, कालीधाम रूद्र एकादश मंदिर, बसवरिया पिउनीबाग मंदिर, स्टेशन रोड शिव मंदिर, जनता सिनेमा पीपल महादेव मंदिर में देखने को मिली। इन शिवालयों में शिव का प्रिय बेलपत्र, अकबन के फूल, धतूर, भांग आदि चढ़ाने और सुगंधित धूप दिखाने की होड़ बनी रही। वहीं, शिवभक्तों ने अपने घरों में शिव का रूद्राभिषेक कराया। जनता सिनेमा चौक स्थित पीपल महादेव मंदिर में शिव का श्रृंगार व महाआरती श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ था। हिन्दू युवा वाहिनी व स्थानीय लोगों ने पूरे भक्ति के साथ शिव¨लग का श्रृंगार किया। मौके पर उपस्थित अमित कुमार, दिल खुश, मोनू मिश्रा, दिनेश ¨सघानिया, हिमालय चौबे, मनीष सहाय, रंजन राज, अशोक, नरेंद्र यादव आशीष चौधरी, नारायण आदि ने शिव महिमा पर आधारित लोक गीत गाकर भक्ति का सामा बांध लिया। आचार्य राधाकांत शास्त्री ने बताया कि सावन माह में सोमवार का दिन विशेष महत्व रखता है। सोमवार को उपसाना शिव की कृपा प्राप्ति का द्वार माना गया है। सावन मास में आशुतोष भगवान शंकर पूजा का विशेष महत्व है। जो व्यक्ति प्रतिदिन पूजा नहीं कर सके उन्हें सोमवार को शिव पूजा अवश्य करनी चाहिए। शिव काफी पसंद होते है।

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सती ने सावन में ही किया था कठोर तप

मान्यता हैं कि माता सती ने सावन मास में ही भगवान की शिव को हर जन्म में पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। उन्होंने सावन मास में व्रत कर अपनी तपस्या से शिव को पसंद किया। जिससे भगवान ने उनकी मनोकामना पूर्ण की। यहीं कारण हैं कि कन्या सुयोग वर व ससुराल की कामना के लिए व्रत रखती है। विवाहित महिलाओं द्वारा इस व्रत को करने से परिवार में सुख, समृद्धि होती है। उक्त बाते आचार्य राधाकांत शास्त्री ने कही। उन्होंने कहा कि पूरी श्रद्धा से शिव का पूजन अर्चना करने से कार्य क्षेत्र में अपार सफलता मिलती है। आर्थिक समस्या से मुक्ति मिलती है।


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