रेल परियोजना का काम अटका, जनप्रतिनिधियों में उबाल
बगहा। पनियहवा- तमकुही नयी रेल परियोजना पर निर्माण अभी छह किलोमीटर तक ही हो पाया। भारतीय रेल मंत्रालय द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम को अगले आदेश तक कोई निर्माण कार्य न कराने का आदेश जारी कर दिया है।
बगहा। पनियहवा- तमकुही नयी रेल परियोजना पर निर्माण अभी छह किलोमीटर तक ही हो पाया। भारतीय रेल मंत्रालय द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के जीएम को अगले आदेश तक कोई निर्माण कार्य न कराने का आदेश जारी कर दिया है। भारत सरकार रेल मंत्रालय के पनियहवा तमकुही रेल लाइन परियोजना का निर्माण कार्य पर रोक लगा दिया है। जिससे यूपी बिहार के लोगों में निराशा है। पंचायत प्रतिनिधियों तथा लोगो मे भारी आक्रोश है । उक्त परियोजना पर ग्रहण लगने से लोगों की उम्मीदों पर फिलहाल पानी फिर गया है। बीते 24 सितम्बर को जीएम पूर्वोत्तर रेलवे राजीव अग्रवाल को भारत सरकार रेल मंत्रालय द्वारा प्रेषित पत्र में अगले आदेश तक पनियहवा-छितौनी वाया तमकुहीरोड नई रेल लाइन कार्य को तत्काल स्थगित करने का निर्देश जारी कर दिया है। पत्र में यह कहा गया है कि रेलमार्ग निर्माण कार्य में जंगल की सफाई,संक्रमणीय भूमि और लोगों का आवास पड़ने की वजह से लॉ एंड ऑर्डर की समस्या आ रही है।जिसके ²ष्टिगत तत्काल परियोजना के क्रियान्यवन को रोक दिया जाए। इस संबंध में सीमावर्ती कुशीनगर के सांसद विजय कुमार दूबे ने कहा कि डीआरएम से वार्ता हुई है। रेलमंत्री से मिलकर काम को अविलंब शुरू कराया जाएगा। दूसरी ओर रेल मंत्रालय द्वारा परियोजना पर लगाये गए ग्रहण को क्षेत्रीय ग्राम प्रधानों ने सिरे से खारिज किया है।ग्रा म सभा कटाई भरपुरवा के प्रधान पति मनोज चौरसिया, जटहा बाजार के ग्राम प्रधान पति राजेन्द्र जायसवाल, जरार के ग्राम प्रधान रमेश चौधरी, माघी कोथिलवा के ग्राम प्रधान पुत्र योगेंद्र यादव, अरन्हवा के ग्राम प्रधान राजेश यादव, चिरैहवा के ग्राम प्रधान अंगद यादव, पिपरासी की मुखिया उर्मिला देवी, प्रखंड प्रमुख यशवंत नरायण यादव , सरपंच दिनेश्वर तिवारी, मंझरिया मुखिया छोटेलाल प्रसाद, सेमरालवेदहा के मुखिया प्रतिनिधि छेदीलाल प्रसाद, मुडाडीह के मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र चौहान आदि ने संयुक्त रुप से एक स्वर में कहा कि नई रेल लाइन परियोजना में न ही गांव पड़े है न ही गांव के लोगों का आवास पड़ा है। सरकार इस परियोजना को बेवजह अटकाना चाहती है।