न्यायपालिका पर जनता का अटूट विश्वास : मुख्य न्यायाधीश
पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एपी शाही ने कहा कि न्यायपालिका की ओर जनता बड़ी विश्वास के साथ देखती है।
बेतिया। पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एपी शाही ने कहा कि न्यायपालिका की ओर जनता बड़ी विश्वास के साथ देखती है। सरेआम कहती है कि न्याय नहीं हुआ तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे। सचमुच उनके इस विश्वास के अनुरूप ही न्यायिक पदाधिकारियों एवं अधिवक्ताओं को काम करना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि न्यायिक पदाधिकारी ऐसे पद से सुशोभित हैं, जिसे आम आदमी बड़ी श्रद्धा से देखता है। न्यायिक पदाधिकारियों को भी इसी अनुरूप काम करना होगा। वे रविवार को व्यवहार न्यायालय बेतिया के प्रांगण में 15 न्यायालय भवन के उद्घाटन के अवसर पर न्यायिक पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं व शहर के गणमान्य लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि न्यायिक पदाधिकारियों को जनता के विश्वास को बनाकर रखना होगा। पूरे तन्मयता से न्यायिक कार्य करना होगा। अधिवक्ता को ही एकाधिकार दिया गया है कि वे ही न्यायालय में पीड़ित लोगों का पक्ष रख सकते हैं। मिले अधिकार के तहत उन्हें भी अपने दायित्वों का हर संभव पालन करना होगा। अधिवक्ता समाज के फेसबुक की तरह हैं। आम आदमी उनपर ही विश्वास करता है और उनकी समस्याओं के समाधान में अधिवक्ता ही कारगर माध्यम हैं। निरीक्षी न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह ने कहा कि बेतिया कोर्ट को बहुत ही सुंदर न्यायालय भवन मिला है, जहां हर सुविधाएं हैं। उन्होंने न्यायाधीश और अधिवक्ता से न्यायालय में समय पर आने और समय पर काम करने की बात कही। अतिथियों का स्वागत जिला जज अभिमन्यु लाल श्रीवास्तव ने किया। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश एवं निरीक्षी न्यायाधीश के कार्यक्रमों की जानकारी उपस्थित लोगों को दी।
इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य न्यायाधीश, निरीक्षी न्यायाधीश ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर मिशन स्कूल बच्चियों राष्ट्रगान एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया। धन्यवाद ज्ञापन जिलाधिकारी डा. निलेश रामचन्द्र देवरे व संचालन अधिवक्ता रमेश चन्द्र पाठक ने किया। मौके पर चम्पारण प्रक्षेत्र के डीआइजी ललन मोहन प्रसाद, एसपी जयंत कांत, पूर्व मंत्री विश्वमोहन शर्मा, चनपटिया के विधायक प्रकाश राय, नप सभापति गरिमा देवी सिकारिया सहित सभी न्यायिक दंडाधिकारी, अधिवक्ता गण एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी से कराया उद्घाटन
उद्घाटन कार्यक्रम में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन झा आकर्षण का केंद्र बने रहे। जब बहुमंजिले 15 न्यायालय भवन के उद्घाटन का क्षण आया तो मुख्य न्यायाधीश ने पहले न्यायिक पदाधिकारियों को किसी पक्षकार को उपस्थित कराने को कहा। रविवार होने के कारण जब कोई पक्षकार नहीं मिले, तो सबसे युवा न्यायाधीश के रूप में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी श्री झा से उद्घाटन कराया।
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वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ लोकार्पण
व्यवहार न्यायालय परिसर में पंद्रह न्यायालय भवन का उद्घाटन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भी हुआ। शिलापट के पास कलश की स्थापना कर विधिवत पूजा कराई गई। मौके पर मुख्य न्यायाधीश और निरीक्षी न्यायाधीश एवं अन्य न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। आचार्य मंकेश्वर नाथ तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजा पाठ कराया। इनसेट
मुख्य न्यायाधीश ने किया न्यायालय का निरीक्षण
पंद्रह न्यायालय भवन उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने न्यायालय परिसर के पुराने भवन का मुआयना किया। मौके पर उपस्थित निरीक्षी न्यायाधीश के साथ विचार विमर्श किया। मुख्य न्यायाधीश एवं निरीक्षी न्यायाधीश का मार्ग दर्शन जिला जज ने किया।