सड़क पर जलजमाव के खिलाफ प्रदर्शन
नवलपुर- बेतिया मुख्य सड़क पर सेमरी चौक पर जलजमाव से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को गांव के मस्जिद के सामने उग्र प्रदर्शन कर घंटों सड़क जाम रखा।
बेतिया। नवलपुर- बेतिया मुख्य सड़क पर सेमरी चौक पर जलजमाव से आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को गांव के मस्जिद के सामने उग्र प्रदर्शन कर घंटों सड़क जाम रखा। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह सड़क लगभग एक दशक से वाहनों के चलने लायक नहीं है। सड़क पर पूरे साल जलमाव रहता है। जलनिकासी के लिए ग्रामीण जब दक्षिण की ओर पईन बनाने के लिए जाते हैं, तो गांव के विनोद प्रसाद उक्त जमीन को अपनी निजी जमीन का हवाला देकर जल निकासी के लिए गड्ढा खोदने से माना कर देते हैं। जिससे यह चौक पानी में डूबा रह रहा है। इससे आवागमन प्रभावित हो जाता है। मंगलवार को इसको लेकर दोनों पक्ष आमने सामने हो गए। सड़क को अवरुद्ध कर सड़क निर्माण कराने की मांग करते हुए उग्र प्रदर्शन किया। सड़क निर्माण कार्य जल्द नहीं कराने की स्थिति में चरणबद्ध आंदोलन करने की बात ग्रामीणों ने कही। साथ ही बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को तीन घंटे तक बाधित रखा। सूचना मिलने पर दो घंटे देर से पहुंची नवलपुर थाना की पुलिस ने घंटों कड़ी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों को समझाकर मामले को शांत कराया। प्रदर्शनकरियों में संतोष प्रसाद, रामायण शर्मा, शिवम प्रसाद, अफजाल अंसारी, संजय शाह, वृषभ प्रसाद, धर्मेंद्र कुमार, संजय कुमार, इब्राहिम मौलाना ने बताया कि दो राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार को जोड़ने वाली यह प्रमुख सड़क जर्जर गढेनुमा और तलाब का रूप ले लिया है। लेकिन सड़क निर्माण अभी तक नही हो सकी है। इन लोगो ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2013 में रतवल पुल के उद्घाटन के अवसर पर बेतिया मनुआपुल से योगापटटी नवलपुर बथूवडिया होते हुए रतवल पुल तक 37 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य कराने की घोषणा की थी। लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा केवल कागजों तक सिमटकर रह गई। स्थानीय विधायक और सांसद की घोषणा के पांच साल बीत जाने के बाद भी सड़क पर एक रोड़ी तक नहीं रखी गई। जबकि आए दिन वाहनों के पलटने और दुर्घटना का सिलसिला जारी है। लेकिन सरकार व नेताओ के कान मे जू तक नहीं रेंग रही है।