शीघ्र जारी होगा नप के वास्तुविद और अभियंता का पैनल
बेतिया । नगर परिषद की सामान्य बैठक शनिवार को नगर नगर परिषद की सामान्य बैठक शनिवार को नगर परिषद के सभापति गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में नगर परिषद के सभागार मे हुई।
बेतिया । नगर परिषद की सामान्य बैठक शनिवार को नगर परिषद के सभापति गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में नगर परिषद के सभागार मे हुई। बैठक में कई विकास योजनाओं पर चर्चा की गई। स्थाई सशक्त कमेटी द्वारा बैठक में लिए गए निर्णय को भी नप की सामान्य बैठक में शामिल किया गया। बैठक में एसडबल्यू अंतर्गत स्वीकृत डीपीआर के क्रियान्वयन, विधि, वाद, लोक शिकायत निवारण में लंबित मामलों पर चर्चा की गई। लेखाकार अंतर्गत ऑडिट रिपोर्ट के शिकायत तथा अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर 18 में हुए व्यय पर चर्चा की गई। आगामी बजट 19-20 की तैयारी, वास्तुविद एवं वास्तु अभियंता के पैनल पर विचार किया गया। पुल पुलिया के कार्य एवं अन्य योजनाओं की प्रशासनिक स्वीकृति पर से चर्चा की गई। इसके साथ ही सैरात के बंदोबस्ती, नगर परिषद के द्वारा दिए जाने वाले विविध प्रकार के एनओसी के दर निर्धारण, रोस्टर के अनुमोदन, कार्यालय के सेवाकाल में मृत कर्मियों के आश्रितों के अनुकंपा पर नियुक्ति हेतु अनुमोदन, न्यू बस स्टैंड के जीर्णोद्धार, यातायात की सुविधा आदि विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में नगर परिषद के उप सभापति कयूम अंसारी, कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार पवन, सिटी मैनेजर मोजीबुल हसन, कनीय अभियंता सुजय सुमन ने सभापति गरिमा देवी सिकारिया, स्थाई सशक्त कमेटी के सदस्य सह वार्ड पार्षद संजय कुमार ¨सह उर्फ छोटे ¨सह, शहनवाज खातून, जवाहर प्रसाद, दीपेन्द्र कुमार, रामाकांत महतो, मधु देवी, प्रेमचंद दुबे, कैशर जहां, सुनैना देवी, प्रेमचंद्र दुबे, अश्विनी कुमार आदि शामिल रहे।
इनसेट
वार्ड चार के पार्षद ने सभापति व ईओ को दिया पत्र
वार्ड चार के पार्षद अश्विनी कुमार ने बोर्ड की बैठक में सभापति व ईओ को एक पत्र सौपा। जिसमें उन्होंने कहा है कि इससे पूर्व में बोर्ड की बैठक में लिए गये निर्णय का क्या हुआ है। वार्ड चार में दो वर्ष में एक भी बार मैनुअल लेबर क्यों नहीं लगा। संवेदकों के द्वारा वार्ड में कार्य नहीं किया जा रहा है। वार्ड पार्षद ने अपनी 16 सूत्री मांग के समर्थन में पत्र दिया है। वार्ड तीन के पार्षद ने बैठक का किया बहिष्कार
वार्ड तीन के पार्षद सुजीत कुमार उर्फ मंटू ने बोर्ड की बैठक का बहिष्कार किया। उन्होने कहा कि बोर्ड के निर्णय का पालन नही होता है। शहर का विकास कार्य सिर्फ कागज तक सीमित होकर रह गया है। बोर्ड में लिए गए निर्णय की कॉपी नही दी जाती है।