बदलते मौसम के साथ अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ी
बगहा। बीते कई दिनों से से लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। हालांकि इस बारिश ने गर्मी से तो राहत दिलाई है लेकिन बारिश फिर धूप फिर बारिश से स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है।
बगहा। बीते कई दिनों से से लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। हालांकि इस बारिश ने गर्मी से तो राहत दिलाई है लेकिन, बारिश फिर धूप, फिर बारिश से स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है।बारिश में सावधानी जरूरी है। इसमें डायरिया, मलेरिया, डेंगू्, टाईफाईड, उल्टी, दस्त व बुखार जैसी शिकायतें आम हो जाती हैं। इस मौसम में बीमारी से बचने के लिए बचाव से बेहतर कुछ नहीं होता है। स्थानीय पीएचसी के साथ निजी क्लीनिकों में इन दिनों मरीजों में बढ़ोतरी देखने को मिल रहा है। डेंगू होने की आशंका से लोग भयभीत हैं। तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिर दर्द, आदि कई तरह के ग्रसित लोग पाए जा रहे हैं। ऐसे में हम इसे बचने के लिए सोने से पहले मच्छरदानी का प्रयोग अवश्क करना चाहिए। बुखार आने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। इधर लगातार बारिश से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। बावजूद इसके डीडीटी का छिड़काव, ब्लीचिग पाउडर आदि का छिड़काव नहीं हो रहा है। इस बारिश से डायरिया का खतरा
इस बारिश में दूषित व अशुद्ध जल का इस्तेमाल नहीं करें। अशुद्ध खाद्य पदार्थ के सेवन से डायरिया जैसी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है़। इसकी चपेट में आने से उल्टी व दस्त होने लगता है़। परेशानी ज्यादा होने पर शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है़। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हरनाटांड़ के चिकित्सक डॉ. राजेन्द्र काजी ने बताया कि इसे बचने के लिए शुद्ध जल व ताजा खाना का इस्तेमाल करें। लूज मोशन के साथ उल्टी होना, पेट में दर्द की शिकायत पर तुरंत ओआरएस का घोल का सेवन करें। तेज बुखार, आदि होने पर तुरंत चिकित्सकों की सलाह लें।