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अभि जिले में बेतहाशा बढ़ रही एड्स संक्रमितों की संख्या

बेतिया। एड्स एक गंभीर चुनौती बनी हुई हैं। इसका ग्राफ बढ़ रह है। विभागीय जानकारों की मा

By JagranEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 11:09 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 11:09 PM (IST)
अभि जिले में बेतहाशा बढ़ रही एड्स संक्रमितों की संख्या
अभि जिले में बेतहाशा बढ़ रही एड्स संक्रमितों की संख्या

बेतिया। एड्स एक गंभीर चुनौती बनी हुई हैं। इसका ग्राफ बढ़ रह है। विभागीय जानकारों की माने तो केवल अप्रैल माह से अक्टूबर तक करीब 9167 लोगों की जांच हुई। इसमें 2328 पुरुष, 1997 महिलाएं और 4842 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं। कुल 9167 लोगों में 135 लोगों में पाजिटिव पाया गया। जबकि गवर्नमेंट मेडिकल कालेज सह अस्पताल स्थित एआरटी सेंटर के अनुसार अप्रैल 2020 से अब तक करीब 1648 मरीज चिन्हित किए गए है। जिनका इलाज चल रहा है। एचआईबी के मरीजों की संख्या को लेकर आम लोग सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी सक्ते में हैं। नतीजतन बाहर से आने वाले एक एक मरीजों की जांच एवं आवश्यक परामर्श दिया जा रहा हैं। जिले से बाहर से वापस लौटने वालों की काउंसलिग एवं जांच की जाती हैं। हालांकि इसके लिए यहां खास व्यवस्था तो नहीं हैं। लेकिन पीटीसीटी और आईसीटीसी सेंटर कार्यरत हैं। एमजेके गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल स्थित प्रसव वार्ड में कार्यरत इस सेंटर के माध्यम से गर्भवती एवं आम मरीजों की प्रारंभिक जांच की जाती हैं। पॉजिटिव पाए जाने पर मरीज एआरटी सेंटर से काउंसिलिग व दवा दिया जाता है।

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जागरूकता व बचाव ही एड्स का इलाज

एड्स से बचाव के लिए महिला संगठन इनरव्हील क्लब बेतिया, रोटरी क्लब बेतिया, लायंस क्लब, प्रगति संस्था, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सहित कई संस्थाओं की ओर से अभियान चलाकर आम लोगों को जागरूक किया जाता हैं। सभी की ओर से नुक्कड़ नाटक एवं अन्य माध्यमों से लोगों को एचआइवी की जानकारी दी जाती हैं। एड्स कैसे? क्यों और इससे क्या नुकसान हो सकता हैं? आदि पर प्रकाश डालते हैं। बचाव के लिए हर एक लोगों को जागरूक रखने की पहल करते हैं। मेडिकल कॉलेज की छात्र-छात्राओं की ओर से हर साल पेंटिग एवं रैली के माध्यम से हर एक लोगों को जागरूक करने का आह्वान किया जाता हैं।

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बयान

एचआईवी एक लेंटीवायरस है। जो अक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिड्रोम एड्स का कारण बनता हैं। यह मनुष्यों में एक अवस्था हैं। जिसमे प्रतिरक्षा तंत्र विफल होने लगता हैं। ऐसे अवसरवादी संक्रमण के कारण मरीज की मृत्यु तक का खतरा उत्पन्न हो जाता हैं। एचआइवी का संक्रमण रक्त के अंदर, वीर्य, मां के दूध में होता हैं। इसके मुख्य चार कारण होता हैं। अनैतिक संबंध, संक्रमित खून चढ़ाना, संक्रमित इंजेक्शन और गर्भवस्था के दौरान मां से बच्चों का संक्रमण। नशे की लत भी इसका एक कारण हैं। खास कर ड्रग्स लेने वालों के लिए। कारण एक ही इंजेक्शन से कई लोग ड्रग्स लेते हैं।

डॉ. अमिताभ चौधरी

बेतिया


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