स्थाई बस पड़ाव नहीं , सड़क के किनारे खड़ी होती हैं बसें
अधिकारियों की संवेदनहीनता के कारण अब तक रामनगर में स्थायी बस स्टैंड की व्यवस्था नहीं हो सकी है।
बगहा । अधिकारियों की संवेदनहीनता के कारण अब तक रामनगर में स्थायी बस स्टैंड की व्यवस्था नहीं हो सकी है। चिलचिलाती धूप व बारिश में लोग घंटे सड़क के किनारे के खड़े होकर बसों की प्रतीक्षा करते हैं। चौराहे पर बसें सड़क के किनारे खड़ी होती हैं। इस वजह से प्रतिदिन यहां जाम की स्थिति रहती है। जाम हटाने में पुलिस वालों के पसीने छूटते हैं। लेकिन, नगर पंचायत व संबंधित अधिकारी इस समस्या से लोगों को निजात दिलाने की पहल नहीं कर रहे हैं। यहां से बेतिया, मोतिहारी, मुजफ्फरपुर एवं पटना के लिए सीधे बसें खुलती है। सवारियों की बढ़ती भीड़ की वजह से प्रतिदिन यहां से दर्जन से अधिक बसें आवाजाही करती हैं। बावजूद यहां स्थाई बस पड़ाव की व्यवस्था नहीं है। बता दें कि नगर के डाक बंगला परिसर स्थित जिला परिषद की भूमि पर बस स्टैंड स्थापित करने का प्रस्ताव आया था। लेकिन अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण दस वर्ष से यह संचिका ठंडे बस्ते में हैं। बस स्टैंड के लिए भूमि पर्याप्त
डाक बंगला परिसर स्थित जिला परिषद की भूमि का रकबा तीन एकड़ है। यह बस स्टैंड के लिए पर्याप्त है। बस स्टैंड के लिए पहले दो बार डाक भी हो चुका है। इसके बाद भी इस परिसर में बस अड्डा स्थानांतरित नही किया जा सका। जिसके कारण आज भी आंबेडकर चौक पर ही बसों का पड़ाव स्थल है। मुख्य सड़क पर बसें खड़ी होने के चलते आये दिन यहां जाम लगता है। जिसके कारण आम लोगों के साथ ही स्थानीय प्रशासन को मशक्कत कर जाम हटानी पड़ती है।
वहीं सवारी गाड़ियों एवं पैदल यात्रियों को भी इससे परेशानी उठानी पड़ती है।
डीडीसी ने भी किया था निरीक्षण बता दें कि तीन वर्ष पूर्व डीडीसी के द्वारा भी इस स्थल का निरीक्षण किया गया था। साथ ही उक्त भूमि पर लगे सूखे व हरे पेड़ों की गिनती कराकर उसकी सूची भी तैयार की गई थी। जिसके बाद इस स्थल पर बस स्टैंड स्थानांतरण को लेकर चर्चाओं का बाजार गरम हो गया था । एक दशक पूर्व जिप की भूमि में बस स्टैंड स्थापित करने के नाम दर्जन भर से अधिक लोगों को दुकान के लिए भूमि की बंदोबस्ती की गई। इसमें से कुछेक लोगों को अभी तक कब्जा भी नहीं दिलाया जा सका है। जहां तक मुझे जानकारी है। जिला परिषद की भूमि पर बस स्टैंड की स्थाई व्यवस्था के लिए पूर्व में पत्र भेजा गया है। अगर इससे संबंधित कोई आदेश प्राप्त होता है तो अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, कार्यपालक पदाधिकारी, रामनगर विभाग से आवश्यक विचार विमर्श व निर्देश के उपरांत जरूरत पड़ने पर बल पूर्वक बसों का ठहराव डाक बंगला परिसर में सुनिश्चित किया जायेगा। जब तक वरीय अधिकारियों का आदेश नहीं आता तब तक कोई कार्रवाई संभव नहीं है।
विनोद मिश्रा, अंचलाधिकारी, रामनगर