कार्यालय में पसरा सन्नाटा, नहीं हो सका निबंधन
भूमि की खरीद बिक्री के लिए नए नियम समय के पूर्व ही लागू किए जाने के बाद दूसरे दिन गुरुवार को भी बेतिया एवं शिकारपुर अवर निबंधन कार्यालय में कोई निबंधन नहीं हुआ।
बेतिया। भूमि की खरीद बिक्री के लिए नए नियम समय के पूर्व ही लागू किए जाने के बाद दूसरे दिन गुरुवार को भी बेतिया एवं शिकारपुर अवर निबंधन कार्यालय में कोई निबंधन नहीं हुआ। निबंधन के लिए एक भी दस्तावेज का आरटीपीएस नही हो सका। कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। आम दिनों की तरह ऑफिस खुला लेकिन एक भी दस्तावेज निबंधन के लिए दाखिला नहीं हुआ। वहीं दूसरी तरफ निबंधन नहीं होने से खासकर वोसिका नवीसों में मायूसी है। साथी क्रेता विक्रेताओं में इस फरमान के विरुद्ध आक्रोश भी है। इधर क्रेता विक्रेताओं की शिकायत पर पूर्व विधायक रश्मि वर्मा निबंधन कार्यालय पहुंचीं। उन्होंने अवर निबंधन पदाधिकारी से मुलाकात किया। साथ ही इस मुद्दे पर जिला पदाधिकारी से मिल कर इसका निदान कराने की भी बात बताई। बता दें कि जिला पदाधिकारी ने 24 सितंबर को आदेश दिया, जिसमें कहा गया कि जमाबंदी के सृजन का आधार जमाबंदी रसीद पारिवारिक सूची उसमें अंकित सभी सदस्यों का अनापत्ति प्रमाण पत्र आदि कागजातों को देने के बाद ही दस्तावेज का निबंधन होगा। खेता विक्रेताओं के समक्ष उत्पन्न हुई इस जटिल प्रक्रिया के पूरा नहीं हो पाने की स्थिति में ना कोई पहुंचा और ना ही एक भी निबंधन हो सका। एक भी निबंधन नहीं हो सका। इस वजह निबंधन कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा। कर्मचारी बैठे रहे। लोग फोन से जुड़ कर जमीन की रजिस्टरी में स्थिति की जानकारी करने में लगे रहे। उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर से पूरे बिहार में नया नियम निबंधन कार्यालयों में लागू होने वाला था। बता देगी अभी भी करीब एक करोड़ की राशि का चालान कटा हुआ है। वैसे क्रेता विक्रेताओं के समक्ष आफत भरी परिस्थिति महसूस की जा रही है।