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ठंड में भी इंसान और जानवरों का खून चूस रहे मच्छर

बेतिया। अमूमन सर्दी का मौसम आरंभ होते ही मच्छरों का प्रकोप कम हो जाता है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 27 Nov 2019 01:03 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2019 06:15 AM (IST)
ठंड में भी इंसान और जानवरों का खून चूस रहे मच्छर
ठंड में भी इंसान और जानवरों का खून चूस रहे मच्छर

बेतिया। अमूमन सर्दी का मौसम आरंभ होते ही मच्छरों का प्रकोप कम हो जाता है। लेकिन हाल के दिनों में सर्दी के मौसम में भी मच्छर इंसानों के साथ-साथ जानवरों का खून चूस रहे हैं। शहर मे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। शहर के सभी मोहल्लों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इससे निजात के लिए नप की ओर से फॉगिग कराई जा रही है। नप के अधिकारियों का दावा है कि समय-समय पर फॉगिग कराई जाती है । जबकि विगत दिनों जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे ने शहर में नाला से अतिक्रमण हटाने के आदेश के साथ ही शहर मे फॉगिग कराने का आदेश दिया था । लेकिन डीएम के आदेश के बाद कुछ वार्डो में फॉगिग करा कर कोरम पूरा किया जाता है।

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इन मोहल्लों में मच्छरों का अधिक प्रकोप

नवरंगाबाग, झिलिया, जगजीवन नगर, हरिवाटिका चौक, कोतवाली चौक, मोहर्रम चौक, कमलनाथ नगर, गंडक कालोनी, करगहिया, जमादार टोला, कालीबाग हॉस्पिटल, बसवरिया, बंगाली कॉलोनी, बस स्टैंड, लाल बाजार जैसे मोहल्ले में मछरों का प्रकोप कुछ ज्यादा ही है।

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मच्छररोधी अगरबत्ती की बढ़ी मांग

शहर में बढ़ते मच्छरों के प्रकोप से मच्छररोधी प्रोडक्ट्स की बिक्री इन दिनों काफी बढ़ गई है। दुकानदार बताते हैं कि मांग में तीन गुना इजाफा हुआ है। लोग स्प्रे की भी डिमांड कर रहे हैं। व्यापारियों का ये भी कहना है कि अगर यही हालत रही तो आने वाले दिनों में इन प्रॉडक्ट्स की डिमांड 50 से 60 प्रतिशत और बढ़ सकती है। गली-मोहल्लों के दुकान वालों का भी कहना है कि पहले सिर्फ लोग स्प्रे और लिक्विड लेने आ रहे थे।

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कोट

नगर परिषद के अधिकारी फॉगिग पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते। इसी का नतीजा है कि इन दिनों मच्छरों का प्रकोप और ज्यादा बढ़ गया है।

आकाश कुमार, नागरिक

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नगर परिषद के जिम्मेदार फॉगिग नहीं करा रहे तो खुद ही अपना ख्याल रखना पड़ेगा। डेंगू-मलेरिया आदि की खबरें सुन डर सताने लगा है। इसलिए मच्छररोधी प्रॉडक्ट्स हमेशा घर में रखता हूं।

- निजेंद्र तिवारी, सागर पोखरा

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नगर के ज्यादातर मोहल्लों में फॉगिग तक नहीं होती है। इसलिए मच्छरों का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। नगर परिषद को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बराबर फॉगिग करानी चाहिए।

मनोज केशान, लाल बाजार

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इनसेट

एक नजर में बचाव को लेकर

मच्छररोधी प्रोडक्ट्स का सेल

क्वायल 2000 गत्ता प्रतिदिन

लिक्विड 1000 शीशी

अगरबत्ती 2000 पैकेट

स्प्रे 1000 बोतल

मच्छरदानी 3000 डबल व सिगल

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नगर परिषद के पास संसाधन

बड़ी फॉगिग मशीन -2

छोटी फॉगिग मशीन -35

ठेके पर कर्मचारी -40

------------------------बयान

शहर के वार्डो में रोस्टर के तहत फॉगिग कराई जाती है। अगर कुछ जगहों पर नियमित फॉगिग नहीं कराई जाती है तो इसकी जांच की जाएगी। जो भी ऐसा करते पकड़ा जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।

गरिमा देवी सिकारिया

सभापति, नगर परिषद बेतिया।

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मच्छर जनित तमाम तरह की बीमारियां होती हैं। यदि व्यक्ति सावधानी न बरते तो ये बीमारियां खतरनाक साबित हो सकती हैं। ऐसे में लोगों को चाहिए कि वे रात में सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। मच्छर निरोधी क्वायल से निकली धुआं से फेफड़ा पर प्रभाव डालता है । सांस संबंधित बीमारी हो जाती है ।इसके अलावा और भी कई घातक बीमारी होती है । मच्छर निरोधी अगरबत्ती के प्रयोग से बचना चाहिए।

डा. अमिताभ चौधरी

चिकित्सक बेतिया

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