सीएस के आदेश के बाद दोन के स्कूलों में पहुंची मेडिकल टीम
बगहा/ गोबर्द्धना। खसरा - रूबेला अभियान में रामनगर पीएचसी के पिछले पायदान पर रहने के कारण सीएस के सख
बगहा/ गोबर्द्धना। खसरा - रूबेला अभियान में रामनगर पीएचसी के पिछले पायदान पर रहने के कारण सीएस के सख्त निर्देश के बाद तेजी आई है। खसरा रूबेला अभियान को दोन के जिन गांवों में सफलता नहीं मिल पाई है। वहां गुरुवार को फिर से आठ स्कूलों में बच्चों को टीका लगाया गया। रामनगर पीएचसी के प्रभारी डॉ चंद्रभूषण ने बताया कि गुरुवार को दोन के आठ स्कूलों में खसरा रूबेला प्रोग्राम के तहत टीकाकरण किया गया। एक चिकित्सक और दो समन्वयकों की देखरेख में टीम दोन के स्कूलों में पहुंची। जिन्होंने अपनी देखरेख में दस एएनएम से दस स्कूलों में टीकाकरण करवाया । गर्दी दोन, गोबरहिया दोन, नौरंगिया दोन, सेरवा दोन, रूपवलिया दोन, पिपरा दोन, बेलाटांडी दोन तथा बरवाडीह दोन के स्कूलों में टीकाकरण का अभियान चला। हालांकि इन सभी गांवों में इस प्रोग्राम के द्वारा टीकाकरण पूर्व में कराया जा चुका है। लेकिन जिन जिन जगहों पर इस प्रोग्राम को सफलता नही मिल सकी है। उन जगहों पर फिर से खसरा रूबेला का टीका दिया गया। उल्लेखनीय है कि जिले में रामनगर की प्रगति सबसे कमजोर है। इसको लेकर सिविल सर्जन ने रामनगर के पीएचसी प्रभारी चेतावनी दिया था। जिससे संबंधित खबर दैनिक जागरण में प्रमुखता के साथ प्रकाशित हुई। उसके बाद इस अभियान से जुड़े अधिकारियों एवं कर्मियों की बेचैनी बढ़ी। दोबारा दोन के गांवों में अभियान चलाया गया।
अभियान की सफलता की बनी रणनीति
प्रभारी ने बताया कि प्रखंड स्तरीय संध्याकालीन समीक्षात्मक बैठक में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी की
भागीदारी सुनिश्चित करते हुए छूटे हुए बच्चों को प्रतिरक्षित करने के लिए रणनीति तैयार किया गया है। शिक्षकों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं के सहयोग से गांवों में बच्चों को शत प्रतिशत टीका लगाया जाएगा। देवराज के इलाके में भी इस अभियान को पूर्णत: सफल बनाने की योजना बनी है।