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मेडिकल कॉलेज की कुंडली खंगालती रही एमसीआइ टीम

एमसीआइ की टीम शनिवार की देर शाम तक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की कुंडली खंगालती रही। चिकित्सकों की संख्या उनकी उपस्थिति एवं पिछले निरीक्षण के दौरान चिह्नित बिदुओं को दूर करने की कॉलेज प्रशासन एवं विभाग की ओर से की गई कार्रवाई की जानकारी लेती रही।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 May 2019 12:31 AM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 12:31 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज की कुंडली खंगालती रही एमसीआइ टीम
मेडिकल कॉलेज की कुंडली खंगालती रही एमसीआइ टीम

बेतिया । एमसीआइ की टीम शनिवार की देर शाम तक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज की कुंडली खंगालती रही। चिकित्सकों की संख्या, उनकी उपस्थिति एवं पिछले निरीक्षण के दौरान चिह्नित बिदुओं को दूर करने की कॉलेज प्रशासन एवं विभाग की ओर से की गई कार्रवाई की जानकारी लेती रही। नतीजतन कॉलेज प्रशासन से लेकर कर्मी भी देर शाम तक कॉलेज में डटे रहे। जांच के कारण कई कर्मियों एवं चिकित्सकों की परेशानी साफ दिख रही थी। यहां पदस्थापना एवं पटना में कार्य करने वाले चिकित्सक भी टीम के भय से बेतिया में ही डेरा डाले हुए थे। हालांकि टीम के जाने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। टीम अपने साथ कॉलेज से जुड़ी जानकारियां, कई पेपर एवं जांच से जुड़ी सीडी को लिफाफे में सील कर ले गई।

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बता दें कि एमसीआई की दो सदस्यीय टीम ने शनिवार को मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने मरीजों की संख्या, चिकित्सकों की उपस्थिति, विभिन्न फैकल्टी, सीटी स्कैन, ऑक्सीजन पाइप लाइन, रेडियोलॉजी, भवन आदि की पड़ताल की। पिछली बार एमसीआइ द्वारा चिह्नित करीब दर्जन भर बिदुओं के लिए विभाग एवं कॉलेज प्रशासन की ओर से उठाए गए कदम की जानकारी प्राप्त की। इस दौरान टीम के सदस्यों ने एसएसडी, सीटी स्कैन, ऑक्सीजन आपूर्ति सेंटर, ओटी आदि की व्यवस्था पर आपत्ति दर्ज की। हालांकि वे फिलहाल इस संदर्भ में कुछ भी बताने से कतराते रहे, लेकिन निरीक्षण के दौरान संसाधनों की कमी को लेकर कॉलेज प्रशासन के समक्ष अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने से अपने आप को नहीं रोक सके। दर्जन भर चिकित्सक रहे अनुपस्थित

मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की दो सदस्यीय टीम ने शनिवार को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने यहां कार्यरत चिकित्सकों की कुंडली भी खंगाली। उनसे जुड़े डाटा का अवलोकन किया। कौन से चिकित्सक कब से कार्यरत है? उनकी योग्यता क्या है? वे उपस्थित है या नहीं? इसकी जानकारी भी ली। इससे जुड़ी फाइलों को खंगाला। उपस्थिति की जांच की। उनके हस्ताक्षर का मिलान किया। इस दौरान करीब दर्जन भर चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए। टीम की रिपोर्ट पर निर्भर है नामांकन की स्वीकृति

बेतिया : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में अगले सत्र के लिए नामांकन की स्वीकृति टीम की रिपोर्ट पर निर्भर है। यहां 100 सीटों पर नामांकन होगा या नहीं इसका निर्णय मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया रिपोर्ट देखने के बाद ही तय करेगी। नतीजतन यह निरीक्षण कई मायने में अहम हैं। यह रिपोर्ट फिलहाल पढ़ रहे मेडिकल छात्र-छात्राओं के लिए व्यवस्था हैं या नहीं, इस व्यवस्था के सहारे अगले सत्र में नामांकन हो सकता हैं या नहीं, इसकी जानकारी बयां करेगी। विभिन्न कमियां बन सकती हैं नामांकन में रोड़ा

गैस पाइप लाइन, सेंटर, सीटी स्कैन, सेंटर स्टेराइल सर्विस डिपार्टमेंट, नर्सो का क्वार्टर आदि नामांकन में रोड़ा बन सकता हैं। हालांकि इस पर कोई भी कुछ बताने से कतरा रहा हैं, लेकिन टीम ने इन तमाम बिदुओं पर अपनी आपत्ति दर्ज की हैं। विभागीय सूत्रों की मानें तो निरीक्षण उपरांत रिपोर्ट तैयार करते समय टीम के सदस्यों ने इस पर गहरी नाराजगी जाहिर की। हालांकि कॉलेज प्रशासन की ओर से काफी कुछ दिखाने और इसे अविलंब दूर करने का आश्वासन दिया गया।

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