शिवपुराण की कथा श्रवण करने मात्र से धन्य हो जाता जीवन
काशी से पधारे प्रख्यात कथावाचक पंडित अनुराग शास्त्री ने कहा कि शिव पुराण का बड़ा महत्व है।
बेतिया। काशी से पधारे प्रख्यात कथावाचक पंडित अनुराग शास्त्री ने कहा कि शिव पुराण का बड़ा महत्व है। इसके श्रवण मात्र से ही मानव जीवन धन्य हो जाता है तथा संपूर्ण पाप, ताप और संताप जीव मुक्त हो जाता है। वे खैरटिया में आयोजित शिवशक्ति महायज्ञ के दूसरे दिन श्रद्धालुओं के बीच प्रवचन कर रहे थे। कथावाचक ने शिव महापुराण की वैज्ञानिकता को प्रतिवादित करते हुए बताया कि हमारे पुराण ज्योतिष आधुनिक विज्ञान समन्वित है। उन्होंने देवराज की व्याख्यान करते हुए कहा कि पापी से पापी जीव यदि शिव की शरण में आता हैं और शिव में आश्रित हो जाता हैं, तो उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है। अनुराग शास्त्री ने जोर देकर कहा कि पूरे जीव जगह के लिए कल्याण का मार्ग शिव ही है। धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष चारों पुरूषार्थ की सिद्धि शिव के शरणागति से प्राप्त होती है। जो मनुष्य अपने जीवन में पुराण कथा अपने जीवन में श्रवण नहीं करता हैं, देवदर्शन आदि धार्मिक कार्यों को नहीं करता हैं, वह जीवन में अधूरा ही रह जाता है। सभी प्रकार के कल्याण के लिए मानव को शिव-शक्ति की आराधना अवश्य करनी चाहिए। जो मानव शिव तत्व का आश्रय लेकर सात्विक जीवन जीता हैं, उसे शिव लोक की प्राप्ति हो जाती है। बताते चले कि एक दिन पूर्व खैरटिया में शिवशक्ति महायज्ञ को लेकर विशाल शोभा यात्रा निकाली गई थी। आचार्य सुजीत द्विवेदी ने बताया कि शोभा यात्रा में 10 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हुए। शोभा यात्रा के स्वागत के लिए श्रद्धालु सड़कों पर फूल बरसा रहे थे।