IAS की पत्नी बन मुख्यमंत्री को किया था फोन, हुआ गिरफ्तार
आइएएस की पत्नी बन नेताओं को फोन करने के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। हालांकि इस काम में पुलिस को 5 माह लग गए।
पश्चिमी चंपारण [जेएनएन]। रोहतास के तत्कालीन डीएम अनिमेष पराशर की पत्नी के नाम से नेताओं को कॉल करने वाले नंबर का पुलिस ने पता लगा लिया है। उसने एक बार तत्कालिन मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को भी फोन कर किसी दारोगा की पैरवी करने को कहा था। मोबाइल नंबर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के पठखौली ओपी के राज कॉलनी निवासी रोहित कुमार श्रीवास्तव उर्फ सोनू के नाम से निर्गत है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। हालांकि नंबर का पता लगाने में 15 माह लग गए।
आइएएस अनिमेष पराशर के ससुर एवं पूर्व डीजीपी शिवमूर्ति राय ने रामनगर थाने में 13 फरवरी 2017 को प्राथमिकी दर्ज कराई थी। एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि आरोपी ने सिम ब्लॉक कर दिया था। इस लिए ट्रेस करने में थोड़ी विलंब हुई। उससे कॉल करने वाली महिला के बारे में पूछताछ की जा रही है।
यह है मामला
13 फरवरी 2017 को रामनगर के तत्कालीन थानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल पर अज्ञात महिला ने फोन किया। स्वयं को रोहतास के तत्कालीन डीएम अनिमेष पराशर की पत्नी बताते हुए पूर्व मंत्री चंद्रमोहन राय का मोबाइल नंबर मांगा। रामनगर के तत्कालीन थानाध्यक्ष ने पूर्व मंत्री को फोन कर इसकी सूचना दी। पूर्व मंत्री ने जब पूर्व डीजीपी को फोन कर पूछा तो वे हैरत में पड़ गए।
प्राथमिकी में पूर्व डीजीपी ने आरोप लगाया था कि कोई अज्ञात महिला इस तरह का फोन कर उनकी पुत्री की छवि खराब कर रही है। आरोपी महिला ने वाल्मीकि नगर के विधायक को भी फोन किया था। जब विधायक ने आइएएस को सूचना दी तो उन्होंने भी बताया था कि यह फर्जी कॉल है।
तीन वर्ष पहले सीएम हाउस में भी की थी फोन
तीन वर्ष पहले इसी तरह का कॉल तत्कालीन सीएम जीतनराम मांझी को भी किया गया था। मोतिहारी जिले में पदस्थापित एक दारोगा की पैरवी की गई थी। उस वक्त आइएएस अनिमेष पराशर किशनगंज के डीएम थे। सीएम के पीएस ने यह सूचना आइएसएस को दी थी तो उन्होंने इन्कार किया था कि इस तरह का कॉल उनकी पत्नी नहीं कर सकती है।