लीड: पिस्टल में थी पांच गोली, खुद के साथ सभी पर युवती के एक-एक स्वजन का नाम
बेतिया। शहर में एक शिक्षक के घर में घुसे युवक परिवार वालों को मारने के इरादा से आया था। मारने के बाद उसने घर में आग लगाने की भी साजिश रची थी।
बेतिया। शहर में एक शिक्षक के घर में घुसे युवक परिवार वालों को मारने के इरादा से आया था। मारने के बाद उसने घर में आग लगाने की भी साजिश रची थी। वह चिल्ला रहा था कि अपनी बेटी को बुलाओ, सबको मारेंगे और खुद भी मर जाएंगे। हालांकि, पुलिस ने उसकी साजिश को नाकाम कर दिया। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि युवक के पास से बरामद लोडेड पिस्टल से 7.65 एमएम के पांच कारतूस मिले। इस पर युवक ने कथित प्रेमिका और उसके स्वजनों का नाम लिखा था। एक कारतूस पर अपना नाम लिखा था। घर की तलाशी लेने पर एक बैग मिला। जो युवक का बताया गया। बैग से नायलान की करीब 50 फीट रस्सी, लोहे की जंजीर, दो ताला, लाइटर, दो बोतल में रखे पेट्रोल, कुछ दवाएं मिलीं। इससे साफ है कि वह खतरनाक इरादे से आया था। कुरियर देने के बहाने घर में घुसा और पिस्टल के बल पर घरवालों को बंधक बना लिया। युवक ने घर में रखे गैस सिलेंडर को बाहर निकाला और पाइप खोल लिया था। लाइटर भी करीब में रखा था। ताकि, जरूरत पड़ने पर गैस सिलेंडर में आग लगा सके। युवक के हाथ में पिस्टल होने के कारण पुलिस उसे सिर्फ बात में उलझाने के अलावा कुछ नहीं पार कर पा रही थी।
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गृहस्वामी की सुरक्षा को लेकर चार घंटे आरजू- मिन्नत की पुलिस : बंधक बने परिवार को मुक्त कराने और युवक की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने पुलिस की अलग-अलग तीन टीम बनाई। एक टीम घर के अंदर थी। दूसरी टीम बाहर रह कर पहली टीम की मदद को तैयार थी। एसपी ने सख्त आदेश दिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए घरवालों को सुरक्षित बचाना है। अगर युवक बंधक बने घरवालों पर गोली चलाता है और कोई विकल्प नहीं बचता है तो उसे गोली मार दें। पुलिस की तीसरी टीम इस रणनीति पर काम कर रही थी। घर की खिड़कियों पर जवान डटे थे। दूर से निशाना लगाने के लिए इंसास राइफल मंगा ली गई थी। आपरेशन के दौरान पुलिस ने आरोपित युवक के घरवालों से भी संपर्क किया। पुलिस की एक टीम उसके घर भी भेजी गई। युवक के पिता से बात कराने की कोशिश हुई। हालांकि, उसके घर वालों ने कुछ भी बताने से इन्कार किया।
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मौके की ताक में चार घंटे रही पुलिस : करीब नौ बजे पुलिस की एक टीम घर में दाखिल हो चुकी थी। मगर कार्रवाई के लिए मौका नहीं मिल रहा था। समय बीतने के बाद भी पुलिस ने धैर्य रखा। पुलिस उस वक्त का इंतजार कर रही थी जब युवक को भूख, प्यास या शौच की जरूरत महसूस हो। करीब चार घंटे बाद ऐसा मौका आया। जब युवक को प्यास लगी और उसने पानी की बोतल उठाई। मौका देख पुलिस टूट पड़ी और उसे दबोच लिया।