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मिले सुविधा तो यहां भी करेंगे कपड़े पर उकेरेंगे चित्र, लगाएंगे पैंट तैयार करने की भी इकाई

बेतिया। जिलाधिकारी कुंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक निताशा गुड़िया ने सोमवार को दो क्वारंटाइन सेंटरों कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय मझौलिया एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय पारस पकड़ी मझौलिया का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्रवासियों से संवाद किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 12:38 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 06:06 AM (IST)
मिले सुविधा तो यहां भी करेंगे कपड़े पर उकेरेंगे चित्र, लगाएंगे पैंट तैयार करने की भी इकाई
मिले सुविधा तो यहां भी करेंगे कपड़े पर उकेरेंगे चित्र, लगाएंगे पैंट तैयार करने की भी इकाई

बेतिया। जिलाधिकारी कुंदन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक निताशा गुड़िया ने सोमवार को दो क्वारंटाइन सेंटरों कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय, मझौलिया एवं उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पारस पकड़ी, मझौलिया का निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने प्रवासियों से संवाद किया। प्रवासियों ने डीएम के साथ स्किल मैपिग के क्षेत्र में विस्तृत जानकारियां साझा की। कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय, मझौलिया में रह रहे प्रवासी म. फिरोज ने डीएम को बताया कि वह कपड़ा पर नक्काशी (चित्रकारी) आदि का कार्य करने में दक्ष है। वह दिल्ली में यह कार्य करके अच्छा पैसा कमा लेता था। डीएम ने पूछा कि अगर उसे सारी सुविधाएं यही मुहैया हो जाए तो वह कहां काम करना पसंद करेगा। इस पर फिरोज बोला कि मैं अपने जिले में ही रहकर इन्ब्रॉडरी का कार्य करना पसंद करूंगा। इसी क्वारंटाइन सेंटर में रहमान ने बताया कि वह बाहर में कुर्ती तैयार कर उसे अन्य जगहों पर निर्यात करता था। अब वहां का काम धंधा बंद हो गया है तो उसके सामने बहुत बड़ी संकट आ गई है। उसकी रोजी-रोटी कैसे चलेगी। डीएम ने रहमान को भी आश्वस्त किया कि आपलोग जिस-जिस क्षेत्र में एक्सपर्ट हैं, उसी क्षेत्र में आपको रोजगार मुहैया कराने की पूरी कोशिश की जाएगी। । इसी तरह बागड़ राम, अरबाज आदि ने भी अपने हुनर के बारे में बताया तथा इस बात पर संतुष्ट दिखा कि प्रशासन द्वारा उसे भी जीवोकोपार्जन के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।इस अवसर पर एसडीएम बेतिया विद्यानाथ पासवान, बीडीओ मझौलिया चंदन कुमार, थानाध्यक्ष कृष्ण मुरारी गुप्ता आदि उपस्थित रहे। बिक्री के लिए ऑनर से करें बात उत्क्रमित मध्य विद्यालय, पारस पकड़ी क्वारंटाइन सेंटर में प्रवासियों ने जिलाधिकारी को बताया कि बाहर में वे जिस की पैकेजिग कर उसे रिटेलर को भेजते थे। इससे उन्हें अच्छी खासी कमाई हो जाती थी। अब उनके सामने भी जीविकोपार्जन का संकट है। इस पर डीएम ने कहा कि आप सभी जहां काम करते थे वहां के ऑनर से बात करें, उनको लाइनप करें कि अगर इसी जिलें में जिस तैयार करके उपलब्ध करा दिया जाए तो उसे विक्रय करने में परेशानी तो नहीं होगी। उद्यमी मित्र मंडली का होगा गठन

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डीएम ने प्रवासियों से कहा कि सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन स्किल मैपिग का कार्य युद्धस्तर पर करा रहा है। प्रवासी व्यक्तियों को उनके स्किल के अनुसार इसी जिले में रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। 5-10 प्रवासी को मिलकर उद्यमी मित्र मंडली बनाएं। मंडली के सभी सदस्य आपस में बैठक कर विचार-विमर्श करें कि वो जिस रोजगार में दक्ष है, उसे इसी जिले में शत-प्रतिशत सफलतापूर्वक कैसे किया जा सकता है। सरकार द्वारा सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।


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