24 के बदले महज सात चिकित्सक पदस्थापित, व्यवस्था बेपटरी
अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है।
बगहा । अनुमंडलीय अस्पताल में चिकित्सकों की कमी के कारण व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। आलम यह है कि एक ही चिकित्सक को आपातकाल और ओपीडी में एक साथ ड्यूटी बजानी पड़ रही है। प्रतिदिन ओपीडी में औसतन ढाई सौ मरीजों का इलाज होता है। ऐसे में चिकित्सकों का बोझ बढ़ता जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि जब चिकित्सक ओपीडी में ड्यूटी बजाते हैं तो गार्ड को आपातकाल में तैयार किया जाता है। जैसे ही कोई गंभीर मरीज आता है, गार्ड आकर चिकित्सक को सूचित करता है। इसके बाद चिकित्सक ओपीडी छोड़ आपातकालीन कक्ष में चले जाते हैं। उनके लौटने तक ओपीडी के मरीजों को इंतजार करना पड़ता है।अस्पताल प्रबंधन के द्वारा कई बार पत्राचार किये जाने के बावजूद चिकित्सकों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। तीन माह पूर्व दो चिकित्सकों की पदस्थापना की गई थी। जिसमें एक डा. राजीव कुमार ने ही योगदान किया है। उपाधीक्षक डा. एस.पी.अग्रवाल ने बताया कि दो दर्जन के मुकाबले महज सात चिकित्सक पदस्थापित हैं। इसमें एक दंत चिकित्सक हैं। कई बार पत्राचार के बाद भी चिकित्सकों की पदस्थापना नहीं की गई। बेड समेत अन्य संसाधनों की भी कमी है।