बख्शे नहीं जाएंगे दोषी पदाधिकारी व कर्मी : डीएम
जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि मुख्य सचिव के निर्देश पर जांच दल का गठन कर जिले की 72 पंचायतों के विभिन्न वार्डों में क्रियान्वित नल-जल योजना का गहन निरीक्षण कराया गया है। पूर्व में भी इन योजनाओं की जांच कराई गई हैं। कई जगहों पर मिली गड़बड़ी को तुरंत ठीक करने का निर्देश दिया गया है।
बेतिया । जिलाधिकारी डा. निलेश रामचंद्र देवरे ने कहा कि मुख्य सचिव के निर्देश पर जांच दल का गठन कर जिले की 72 पंचायतों के विभिन्न वार्डों में क्रियान्वित नल-जल योजना का गहन निरीक्षण कराया गया है। पूर्व में भी इन योजनाओं की जांच कराई गई हैं। कई जगहों पर मिली गड़बड़ी को तुरंत ठीक करने का निर्देश दिया गया है। इस महत्वपूर्ण योजना में गड़बड़ी करने वाले पदाधिकारी, कर्मी सहित जनप्रतिनिधियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना की सतत् समीक्षा मुख्य सचिव के स्तर से भी की जा रही है। इसलिए सभी अधिकारी, कर्मी एवं जनप्रतिनिधि पूरी ईमानदारी एवं तत्परतापूर्वक मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना का क्रियान्वयन पूर्ण गुणवत्तापूर्ण कराएं। शनिवार को जिले में एक साथ 72 पंचायतों में क्रियान्वित राज्य सरकार की अत्यंत महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना का सघन औचक निरीक्षण वरीय पदाधिकारियों द्वारा कराया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश में जिले के विभिन्न पंचायतों में जांच दल द्वारा औचक निरीक्षण किया गया है। जांच में शामिल पदाधिकारियों को जांच स्थल से ही पीआरडी निश्चय सॉफ्ट के ऐप पर जांच से संबंधित प्रतिवेदन इंट्री करने का आदेश दिया गया है। इंट्री की गई जांच प्रतिवेदन के आधार पर जिला पदाधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी। जांच दल द्वारा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना अंतर्गत योजना का भौतिक स्थिति, योजना की गुणवता, बोरिग की गहराई, टंकी की गुणवत्ता, स्टेजिग की उंचाई एवं गुणवत्ता, पाइप की गहराई एवं गुणवत्ता, नल की गुणवत्ता, नलपोस्ट, फेरल, गेटवाल, लाभुकों को योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं इसकी जांच की गई है। बेसलाइन सर्वे के अनुसार चिह्नित परिवारों की संख्या, वास्तविक लाभार्थी परिवारों की संख्या, अनुरक्षक की नियुक्ति, बिजली कनेक्शन, नल चालू है या नहीं आदि का बारिकी से निरीक्षण किया गया।
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कहां किस पंचायत का हुआ निरीक्षण
बेतिया प्रखंड के अहवर मंझरिया, बानूछापर, बरवत प्रसराईन एवं पिपरा पकड़ी में पंचायत के विभिन्न वार्डों में जांच दल द्वारा गहन जांच की गई। वहीं मझौलिया प्रख्ाड के रामनगर बनकट, परसा, चनायन बांध, महोदीपुर, नौतन प्रख्ाड के बरदाहां, मंगलपुर कला, उतरी तेल्हुआ, खड्डा, झखरा, बैरिया प्रखंड के पखनाहा डुमरिया, मियांपुर, दुबौलिया, बैरिया, मलाही, योगापट्टी प्रखंड के दोनवार, मच्छरगांवा, बगही पुरैना, बहुअरवा, ढढ़वा में औचक निरीक्षण किया गया। इसी तरह चनपटिया प्रखंड के गुरवलिया, सिरिसिया, खर्ग पोखरिया, कुड़वा मठिया पंचायतों में जांच दल द्वारा क्रियावित नल-जल योजना का औचक निरीक्षण किया गया है। इसके साथ ही नरकटियागंज प्रखंड के डुमरिया, बरवा-बरौली, गोखुला, कुंडिलपुर, केसरिया, मैनाटांड़ प्रखंड के चैहट्टा, लक्ष्मीपुर, डमरापुर, बरवा, महुअवा सकरौल, सिकटा प्रखंड के जगनाथपुर, शिकारपुर, सरगटिया, परसौनी, गौचरी, गौनाहा प्रख्ाड के माधोपुर, मटियरिया, महुई, रूपवलिया में जांच की गई।