बेतिया राज की जमीन पर बने सरकारी संस्थान
बेतिया। भाकपा-माले की जांच टीम रविवार को भरपटिया गांव पहुंची, जहां घर कल कथित तौर पर अतिक्रमण के नाम पर लोगों के घर उजाड़े गये। टीम ने वहां के लोगों से मुलाकात की।
बेतिया। भाकपा-माले की जांच टीम रविवार को भरपटिया गांव पहुंची, जहां घर कल कथित तौर पर अतिक्रमण के नाम पर लोगों के घर उजाड़े गये। टीम ने वहां के लोगों से मुलाकात की। माले के वरीय नेता वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि एक महिला नसीमा खातून, जिसका हाथ कल के पुलिसिया जुल्म की कार्रवाई में टूटने से सूज गया था, उसने कहा कि जहां उसकी झोपड़ी बनी थी, उस जगह के अलावा धरती पर उसकी कहीं जगह नहीं है। उसके पति कासिम मियां और उसके बेटे जाकिर को पुलिस ने घर के अन्दर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस प्रशासन बिना सूचना दिए गरीबों के घरों को उजाड़ने के लिए पहुंचा था। कोई कानूनी प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। जबकि, वहां बेतिया राज की जमीन में सैकड़ों परिवार पचासों वर्षों से बसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि जहां मनुआपुल थाना गरीबों के घर उजाड़ कर बनाने की बात हो रही है वहां बेतिया राज की खाली पड़ी जमीन काफी मात्रा में है। वही बिना भूमि अधिग्रहण के थाना बनाने के लिए काम हो रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि साठी, जगदीशपुर, बेतिया, मुफस्सिल जैसे थाने बिना भूमि अधिग्रहण के ही बने हैं। अभी हाल में बेतिया राज की चार एकड़ 37 डिसमिल जमीन को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के लिए बिना भूमि अधिग्रहण के ले लिया गया है,जिस पर भवन बन रहा है। इस तरह की दोहरी कानून व्यवस्था संविधान सम्मत नहीं है। डीएम कोठी से लेकर बिजली विभाग के कार्यालय,वन विभाग के कार्यालय जैसे कई सरकारी संस्थान लीज या किराए पर हैं। जनता के लिए भी जब तक कोर्ट औफ वार्ड्स खत्म नहीं होता किराया और लीज की व्यवस्था होनी चाहिए।माले जांच टीम ने कल की घटना में गिरफ्तार लोगों को रिहा करने की मांग की है तथा जिनके घर तोड़े गये हैं उनको नुकसान के अनुसार मुआवजा दिया जाए यह भी मांग की गई है। जांच टीम में भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता के अलावा ऐक्टू के जवाहर प्रसाद ,इनौस के सुरेन्द्र चौधरी शामिल थे।
-------------------------------------------