पंडाल में राक्षसों का वध करते नजर आएंगे देवता
बगहा। गंडक पार के भितहा प्रखंड में दुर्गापूजा को ले कर विभिन्न स्थलों पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में माता रानी की यह पवित्र त्योहार को लोग बहुत आस्था एवं पवित्रता के साथ मनाते हैं।
बगहा। गंडक पार के भितहा प्रखंड में दुर्गापूजा को ले कर विभिन्न स्थलों पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में माता रानी की यह पवित्र त्योहार को लोग बहुत आस्था एवं पवित्रता के साथ मनाते हैं। नवरात्रि के इस पावन पर्व पर प्रखंड के आधा दर्जन चौक चौराहों पर माता की मूर्ति स्थापित किया जाता है। जिसके लिए पंडाल बनाया जाता है। लेकिन तीन दिनों से हो रहे लगातार बारिश के कारण अभी कही भी पंडाल निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। बारिश को देखते हुए कई जगहों पर माता के मंदिर में मूर्ति रखने को लोग मजबूर हैं। स्थानीय स्तर पर शिल्पकारों की कमी के कारण देवी की मूर्ति यूपी से मंगाई जाती है। इसके लिए महीनों पूर्व से दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों द्वारा मूर्ति बनाने का आर्डर दिया जाता है।
प्रखंड के गुलाहरिया गाव में के पूजा समिति के अध्यक्ष राजेश राय ने बताया की समिति के द्वारा इस वर्ष यूपी के पडरौना शहर से मंगाई जा रही इलेक्ट्रॉनिक मूर्तियां प्रखंड में आकर्षण का केंद्र बनेगी। बड़े पंडाल में एक ओर मां दुर्गा व अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाएगी। वहीं बगल में इलेक्ट्रॉनिक मूर्तियां आकर्षण का विशेष केंद्र रहेंगी।
मुराडीह पूजा समिति के बटेश्वर गुप्ता, गब्बर कुशवाहा ने बताया कि मुराडीह बाजार में अवस्थित दुर्गा मंदिर पर पिछले कई वर्षों से दुर्गापूजा समारोह श्रद्धा भक्ति व उल्लास के साथ मनाया जाता है। मंदिर के भवन में ही माता के मूर्ति को स्थापित किया जाता है। इलेक्टॉनिक मूर्तियां आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेगी। जिसमें भगवान कार्तिकेय द्वारा तारकासुर का वध करने का दृश्य रहेगा। वही प्रखंड के रूपही, डीही पकड़ी, भुईंधरवा, मिश्रौली सहित आधा दर्जन जगहों पर पूजा स्थलों पर दुर्गापूजा की तैयारी पूरे जोरों पर चल रही है। बारिश के कारण पंडाल बनाने में देरी हुई है। वहीं कई जगहों पर शाम को देवी गीत कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। जिसके लिए पूजा समिति के सदस्य प्रशासन से स्वीकृति लेने में जुटे है। नवरात्रि के इस पावन पर्व को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोग घरों की सफाई करना शुरू कर लिए है। बताया जाता है कि रविवार से शुरू इस पावन पर्व को लेकर माता रानी के भक्त काफी हर्षोल्लास के साथ इस पर्व को मनाने में जुटे हैं।