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अमवा खास बांध पर गंडक का दबाव बढ़ा, ग्रामीण बेचैन

बगहा। ठकराहां में पीपी तटबंध से सटे धूमनगर के पास अमवा खास बांध पर गंडक नदी का दबाव बढ़ गया है। रविवार की शाम से अचानक दबाव बढ़ने से अफरा-तफरी मच गयी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Aug 2019 10:11 PM (IST)Updated: Tue, 06 Aug 2019 06:38 AM (IST)
अमवा खास बांध पर गंडक का दबाव बढ़ा, ग्रामीण बेचैन
अमवा खास बांध पर गंडक का दबाव बढ़ा, ग्रामीण बेचैन

बगहा। ठकराहां में पीपी तटबंध से सटे धूमनगर के पास अमवा खास बांध पर गंडक नदी का दबाव बढ़ गया है। रविवार की शाम से अचानक दबाव बढ़ने से अफरा-तफरी मच गयी है। बाढ़ खंड कुशीनगर के अभियंता तटबंध सुरक्षित रखने के लिए ठोकरों को बचाने के प्रयास में जुटे हुए हैं। लेकिन संसाधन के अभाव के कारण ग्रामीण ठोकरों की सुरक्षा को लेकर चितित हैं। स्थानीय ग्रामीण लक्ष्मण राम, मनोरथ यादव,बिजाधर प्रसाद,सुरेश प्रसाद, आदित्य कुमार संजय कुमार का कहना है कि बचाव कार्य में काफी लापरवाही हो रही है। संवेदक और अभियंता अपनी रोटी सेंक रहे हैं। ऐसे में तटबंध को सुरक्षित रखने हेतु किया जा रहा दावा कोरा झूठ साबित हो रहा है। बचाव कार्य में औपचारिकता और कागजी खानापूर्ति चरम पर है। साइट पर बिना किसी अभियंता के निगरानी में संवेदकों विभागीय छूट का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। जबकि रह तटबंध की सुरक्षा के लिए घातक साबित हो सकता है। ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध को सुरक्षित रखने के लिए ठोकर बचाने में लूटखसोट मची है। बैकरोलिग भी हो रही है। ऐसे में तटबंध की सुरक्षा का दावा विभाग और सरकार समेत जनता की नजरों में धूल झोंकने जैसा है। इस बावत सहायक अभियंता हरिशंकर पांडेय ने कहा कि कोई जरूरी नहीं की तटबंध पर अभियंता कैंप करें। बचाव कार्य हो रहा है। बरसात के मौसम में इस मौसम में मिट्टी या बालू मिलना मुश्किल है। जो संसाधन उपलब्ध हैं उसी से काम कराया जा रहा है।

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