नदी के किनारे बसे गांवों को मिलेगी बाढ़ पूर्व सूचना
गंडक नदी के प्रलयंकारी बाढ़ से बचाने व उसके पानी का बेहतर प्रबंधन को लेकर जल ग्रहण क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने व प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इसके लिए लुथरन रिलिफ (यूएस) नामक संस्था ने अभियान आरंभ किया है।
बगहा । गंडक नदी के प्रलयंकारी बाढ़ से बचाने व उसके पानी का बेहतर प्रबंधन को लेकर जल ग्रहण क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने व प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है। इसके लिए लुथरन रिलिफ (यूएस) नामक संस्था ने अभियान आरंभ किया है। इसके लिए संस्था ने गोरखपुर इंवारमेंटल एक्शन ग्रुप के सहयोग से कार्यक्रम निर्धारित किया है। संस्था के संयोजक रवि मिश्र ने बताया कि गंडक जलग्रहण क्षेत्र के लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए एक मशीन तैयार की गई है । यह मशीन बाढ़ आने से पांच दिन पूर्व ही मौसम का हाल बताएगा। ताकि, लोग बाढ़ से स्वयं को सुरक्षित कर लें। पहले ऐसी व्यवस्था नहीं थी। इस तरह की व्यवस्था लागू होने से गंडक नदी समेत अन्य नदियों के तट पर बसे गांवों को खतरा से बचाया जा सकेगा। पूर्व सूचना मिलने से गांव के लोग सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाएंगे। रमपुरवा गांव में लगा उपकरण
ऑटोमेटिक वेदर सिस्टम की स्थापना बगहा दो प्रखंड के रमपुरवा के हरिजन टोली में किया गया है। गंडक नदी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र यूपी व बिहार के सीमावर्ती गांव व नेपाल के गांवों के लोगों को इसके जरिए बाढ़ पूर्व सूचना मिलेगी। संस्था के संयोजक ने बताया कि 22 अप्रैल को विभिन्न गांव के लोगों को इस सिस्टम का प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाढ़ से बचाव व पानी के उचित प्रबंधन का गुर सिखाया जाएगा। श्री मिश्रा ने बताया कि उक्त मशीन पूरी तरह से काम करना प्रारंभ कर दिया है। इसके द्वारा दी गई सूचना को आसपास के लोगों के साथ नेपाल व यूपी के लोगों को भी अवगत कराया जाता है। इससे सीमावर्ती दोनों देशों के साथ समीपवर्ती लोगों में भी जागरूकता आई है। आगामी 22 अप्रैल को संस्था के द्वारा एक विशाल जागरूकता रैली निकाली जाएगी। रैली रमपुरवा के झंडवा टोला से लेकर रमपुरवा होते हुए सुस्ता चकदहवा आदि गांव में जाएगी। इसके बाद एक सभा का आयोजन किया जाएगा। सभा में ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव व पानी के प्रबंधन तथा अपने सामानों के रखरखाव की जानकारी दी जाएगी।
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बाढ़ सुरक्षा टीम का गठन
बैठक में ही एक टीम का गठन किया जाएगा । यह टीम गांव-गांव जाकर लोगों को प्रशिक्षित करेंगी। इसके माध्यम से गांवों में महिला व पुरूष को एक साथ बाढ़ की तबाही का सामना करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पांच दिन पूर्व सूचना मिल जाने क्षेत्र के लोगों को अपना बचाव करने में काफी आसानी होगी। इसमें नेपाल के ग्रामीणों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। एक दल हर गांव में जाकर लोगों से संपर्क करना प्रारंभ कर दिया है। इस योजना से आम आदमी को अपने जान माल के साथ सामान आदि की सुरक्षा का भी पर्याप्त अवसर मिलेगा।