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नीलगायों से खेती हो रही बर्बाद, किसान परेशान

बगहा। बगहा सहित आसपास के किसान नील गायों के आतंक से परेशान हैं। आए दिन दर्जनों की संख्या में नील गाय पहुंच कर उनके खेतों की फसलें नुकसान कर रही हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Oct 2019 12:48 AM (IST)Updated: Mon, 21 Oct 2019 06:18 AM (IST)
नीलगायों से खेती हो रही बर्बाद, किसान परेशान
नीलगायों से खेती हो रही बर्बाद, किसान परेशान

बगहा। बगहा सहित आसपास के किसान नील गायों के आतंक से परेशान हैं। आए दिन दर्जनों की संख्या में नील गाय पहुंच कर उनके खेतों की फसलें नुकसान कर रही हैं। इसको लेकर कई बार वन विभाग के लोगों को भी शिकायत की गई। लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

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भितहां के रौशन कुशवाहा, बिजय चौधरी बनवारी यादव सरीखे कई लोगों ने बताया कि किसान अपनी खेतों में फसल लगाता है। उसके तैयार होने से पहले ही नीलगायों का झुंड आकर उसको बर्बाद कर देता है। रामनगर के भावल निवासी अनिरूद्ध सिंह, भरत यादव, अनिल सिंह व राघव सिंह ने बताया कि धान, गेहूं, गन्ना आदि कोई भी फसल लगता है उसको विभाग से शिकायत करने के बाद भी नीलगायों के द्वारा नुकसान कर दिया जाता है।

बगहा अनुमंडल के करीब करीब हर गांव के लोग इस समस्या से प्रभावित हैं। जिनकी फसल जंगल के समीप होने के चलते नुकसान होता रहता है। गंडक पार के चार प्रखंडों के अलावा बगहा एक व दो के साथ रामनगर प्रखंड के हजारों एकड़ जमीन में लगी फसलें नुकसान हो जाती हैं।

ठकराहां के श्यामनारायण चौधरी ने बताया कि फसल की सुरक्षा के लिए अगर चौकीदार रखा जाता है तो उसके सुरक्षा के लिए अलग एक मामला बन जाता है वहीं रामनगर के बंजरिया निवासी अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि अगर चौकीदार से रखवाली कराई जाती है तो उसके ऊपर जानवरों के हमला का डर बना रहता है। जिसको लेकर इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाता है।

नील गायों से नुकसान के संबंध में बगहा रेंज अफसर संजीव कुमार ने बताया कि इसके लिए किसानों को बताया गया है कि जिनके खेत में नुकसान होता है । उनके द्वारा स्थानीय मुखिया से प्रमाणित करा कर देना पड़ता है। आवेदन मिलने के बाद उसको वरीय पदाधिकारी को भेज कर मुआवजा देने का प्रावधान है। जिस किसान का आवेदन मिलता है उनको मुआवजा दिया जाता है।


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