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किसानों की अपनी हुई कंपनी, होंगे मालामाल

बेतिया। कृषि के क्षेत्र में किसानों को हो रही परेशानियों से अब शीघ्र मुक्ति मिलने वाली है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jan 2019 09:29 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jan 2019 09:29 PM (IST)
किसानों की अपनी हुई कंपनी, होंगे मालामाल
किसानों की अपनी हुई कंपनी, होंगे मालामाल

बेतिया। कृषि के क्षेत्र में किसानों को हो रही परेशानियों से अब शीघ्र मुक्ति मिलने वाली है। अब न तो किसानों को फसलों की खेती के लिए बीज, खाद एवं कीटनाशी दवाओं की खरीद के लिए बाजार मूल्य पर निर्भर रहना पड़ेगा और न उनके द्वारा किए गए कृषि उत्पादों की बिक्री के लिए मोहताज। सब कुछ उनकी इच्छा के अनुरूप होगा। उन्हें कृषि के क्षेत्र में किसी नियम के अधीन भी रहने की जरूरत नहीं होगी। यह सब कुछ हो रहा है उनके द्वारा बनाई गई उनकी कंपनी के द्वारा। आत्मनिर्भर फारमर्स प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड के नाम से बनी कंपनी के पहला सेल कांउटर नगर के पावर हाउस चौक पर शुरु कर दिया गया है। जिसका उदघाटन जिला कृषि पदाधिकारी शिलाजीत ¨सह ने किया। कंपनी में बहरहाल 265 शेयरहोल्डर हैं, जिसे बढ़ा कर 2000 किया जाना है। सभी शेयरहोल्डर एक-एक हजार रुपये का अंशदान देकर इसमें शामिल हो रहे हैं। वहीं 187 किसानों से आवेदन लिए गए हैं, जिन्हें शीघ्र ही कंपनी का शेयरहोल्डर बना लिया जाएगा। कंपनी के प्रतिनिधि अनिल लूकस ने कहा मार्च तक इस कंपनी के 500 किसान शेयर होल्डर बन जाएंगे।

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उनके द्वारा बनाई अपनी ही कंपनी होगी, जिसका गठन किसान सामूहिक रूप से हो रहा हैे। यह कंसेप्ट सहकारिता से बिल्कुल भिन्न है। यहां किसानों के प्रतिनिधि निदेशक मंडल की भूमिका में होंगे । कृषि के क्षेत्र में इस नवीन प्रयोग की प्रयोगस्थली नौतन एवं बैरिया के करीब एक दर्जन पंचायत के किसान होने वाले हैं।

किसानों के लिए यह पहल इसलिए बेहतर मानी जा रही है क्योंकि इसमें बिचौलिए नहीं होंगे। उनका खातमा हो जाएगा। अब तक यही देखा जा रहा था कि कृषि उत्पादों की बिक्री का मुख्य हिस्सा बिचौलिया ही ले लेते थे। अब किसान अपने उत्पादों के बेचने के लिए स्वयं ही सक्षम हो जाएंगे। अपने उत्पादों की बिक्री के लिए वे ई पोर्टल का इस्तेमाल कर सकेंगे। यानी उन्हें प्रतियोगितात्मक मूल्य मिल पाएगा। कंपनी में निदेशक मंडल के अलावा मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी भी उनके बीच के कोई किसान ही होंगे। इस नई पहल की शुरुआत समग्र शिक्षण एवं विकास संस्थान की ओर से की जा रही है, जो पहले से क्षेत्र में दलहन विकास परियोजना पर काम कर रही है। बहरहाल शिवजी प्रसाद, राघव शरण प्रसाद, हिरालाल, कामेश्वर आदि कहते हैं कि यह संस्था दलहन विकास परियोजना के क्षेत्र में बेहतर काम किया है। अब जो किसानों के लिए कंपनी गई है, उससे उनको काफी उम्मीदें हैं। इससे किसानों की माली हालत भी सुधरेगी। इसमें सीमांत, लघु एवं बड़े किसानों को भी शामिल किया जा रहा है। इतना ही नही बटाईदारों को भी जगह दी जा रही है।

इनसेट बयान

समग्र शिक्षण एवं विकास संस्थान के द्वारा नौतन एवं बैरिया प्रखंड में जो नई पहल की जा रही है, वह सराहनीय है। इससे किसानों की माली हालत में सुधार होगी। इस प्रक्रिया में किसानों को विभागीय स्तर पर भी सहयोग दिया जाएगा।

शिलाजीत ¨सह

जिला कृषि पदाधिकारी

पश्चिम चम्पारण


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