मर्चा धान व मखाना की खेती करें किसान, बढ़ेगी आमदनी : डीएम
बेतिया । जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने जिले के किसानों को मर्चा धान मखाना आदि नकदी फसलों की खेती करने की सलाह दी है।
बेतिया । जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने जिले के किसानों को मर्चा धान, मखाना आदि नकदी फसलों की खेती करने की सलाह दी है। गुरुवार को शहर के डीआरसीसी में आयोजित रबी महा अभियान के तहत आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीएम श्री कुमार ने कहा कि जिले में मर्चा धान की शीघ्र ही जिओ टैगिंग मिलने वाली है। ऐसे में जिले में उत्पादित मर्चा धान से बने मर्चा चूड़ा की मांग विदेशों में होने वाला है, इससे किसानों को ज्यादा आय मिलेगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत जिले में मखाना का उत्पादन भी अधिक हुआ है, जो मखाने की खेती का जिले में व्यापक द्वार खोल दिया है। किसानों को अधिक आय के लिए मधुमखही पालन, मछली पालन, औषधीय पौधों की खेती करने पर बल दिया गया।
जिलाधिकारी ने किसानों को उचित मात्रा में ही फसलों में उर्वरकों का उपयोग करने की सलाह दी। कहा कि यदि ज्यादा मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है, तो इसका दुष्प्रभाव मिट्टी पर भी पड़ेगा। कार्यक्रम में मौजूद सभी प्रखंड कृषि अधिकारियों, किसान समन्वयकों को जीरो टोलरेंस की नीति अपनाते हुए पाश मशीन का सत्यापन कराने के साथ उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीडीसी अनिल कुमार ने सभी कर्मियों को ससमय कृषि योजनाओं के संपादन का आह्वान किया। संयुक्त कृषि निदेशक शंकर कुमार चौधरी ने विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी दी। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत करते जिला कृषि पदाधिकारी विजय प्रकाश ने इस कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यशाला को माधोपुर कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा धीरू तिवारी, सहायक निदेशक उद्यान विवेक भारती, जिला मत्स्यपालन पदाधिकारी आदि ने संबोधित करते हुए किसान हित में विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। डीएम ने मसूर के मिनी किट वितरण का किया शुभारंभ
जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कार्यशाला में मसूर के लिए मिनी कीट वितरण कार्य का शुभारंभ किया। मौके पर उपस्थित 10 प्रगतिशील किसानों के बीच इसका वितरण किया गया। बता दे कि वर्ष 2021-22 को दलहन वर्ष घोषित किया गया है। इसके तहत किसानों को दाल की खेती के लिए भी उत्साहित किया जा रहा है।