Move to Jagran APP

गन्ने का भुगतान नहीं होने से कर्ज में डूबे किसान, हो रहे कृषि कार्य से विमुख

योगापट्टी। प्रखंड मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित दोनवार काला गांव। यह गांव तमाम ऐतिहासिक यादों को अपने में समेटे हुए है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 12:20 AM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 06:26 AM (IST)
गन्ने का भुगतान नहीं होने से कर्ज में डूबे किसान, हो रहे कृषि कार्य से विमुख
गन्ने का भुगतान नहीं होने से कर्ज में डूबे किसान, हो रहे कृषि कार्य से विमुख

योगापट्टी। प्रखंड मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित दोनवार काला गांव। यह गांव तमाम ऐतिहासिक यादों को अपने में समेटे हुए है। द्रोणाचार्य के बगीचे के नाम पर दोणबारी गांव है, जिसका अपभ्रंश नाम दोनवार हो गया है। गांव के वार्ड नंबर 11 में विकास को लेकर अजीब व्याकुलता है। इसके लिए ग्रामीणों की एक चौपाल स्थानीय वार्ड सदस्य उमाकांत कुशवाहा के दरवाजे पर लगी। जिसमें गांव के विकास के लिए सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई। वार्ड सदस्य द्वारा कराए गए कार्यो की चौपाल में उपस्थित ग्रामीणों ने सराहना की। यहां की 70 फीसद आबादी कृषि पर निर्भर है। किसानों को बेहतर सुविधा नहीं मिलने के कारण ये कृषि कार्य छोड़ रहे हैं। गांव के समीप से तिरहुत नहर गुजरती है। लेकिन किसानों के खेत की सिचाई नहीं होती है। गन्ने की पेराई एवं भुगतान की समस्या के कारण यहां के किसान कर्ज में डूबे हुए हैं।

loksabha election banner

शौचालय अनुदान के लिए लगा रहे चक्कर वार्ड में नल जल योजना का काम चल रहा है। विभागीय उदासीनता के कारण गली नाली का कार्य बाधित है। गांव में मुख्य सड़क पर जलजमाव के कारण आवागमन प्रभावित रहता है। नाले के निर्माण के लिए जनवरी 19 में वार्ड सदस्य द्वारा प्रस्ताव दिया गया। अभी तक स्वीकृति नहीं मिली। वार्ड में चंद्रिका ठाकुर के घर से बागड़ साह के घर तक सड़क में मिट्टी भराई, ईंट सोलिग और पीसीसी कार्य, भिखारी पटेल के घर से पोखरा तक जाने वाली सड़क में ईंट सोलिग, पीसीसी और आरसीसी दो पुलिया का निर्माण कार्य तथा अलदीन मियां के घर तक पानी निकासी के लिए नाले के निर्माण की आवश्यकता है। आवास योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा। बिचौलिए सक्रिय हैं। शौचालय निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी अभी तक कई लाभुकों को राशि नहीं मिली है। तिरहुत नहर से निकली उप वितरणी अतिक्रमण का शिकार है। जिसकी शिकायत ग्रामीणों द्वारा कई बार की गई। पर, अतिक्रमण नहीं हटा। गांव में स्वास्थ्य उपकेन्द्र बंद रहता है।

------------------------

इनसेट फोटो 21बीईटी02 गांव के विकास के लिए सदैव तत्पर रहते है। योजनाओं के क्रियान्यवन में अधिकारियों की लापरवाही से विकास बाधित है। गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं होने से किसान कर्ज से दबे हुए हैं और पलायन को मजबूर है। सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। - उमाकांत कुशवाहा, वार्ड सदस्य

------------------------

फोटो 21बीईटी03 गांव में बिजली सड़क और पानी निकासी के लिए नाला निर्माण व सड़क पक्कीकरण अहम समस्या हुई है। पदाधिकारी कार्य के प्रति जिम्मेदार नहीं हैं। इस वजह से बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं और जनता परेशान है। - बुलेट मिश्र, ग्रामीण

--------------- फोटो 21बीईटी04 गांव के विकास के लिए जनता को जागरूक होगा। जबतक जनता अपने अधिकार व कर्तव्य को नहीं समझेगी तब तक गांव का समुचित विकास संभव नहीं है। इसके लिए गांव में जागरूकता फैलाई जा रही है।

- लक्ष्मी प्रसाद, ग्रामीण

------------------

फोटो 21बीईटी 05 प्रखंड के अंतिम छोर पर स्थित यह गांव आज भी विकास की टकटकी है। तिरहुत नहर से निकली उपवितरणी और पोखर का अतिक्रमण हैं। इसके लिए कई बार अधिकारियों से शिकायत की गई, कोई सुनवाई नहीं होती है।

- संदीप कुमार मिश्र, ग्रामीण

--------------- गांव एक न•ार में गांव में वार्डों की संख्या - 3

गांव की आबादी - 2500

मतदाता - 1567

मध्य विद्यालय - 01

उत्क्रमित उच्च विद्यालय- 01

उपस्वास्थ्य केंद्र - 01

आंगनबाड़ी केंद्र - 01

----------------------

रीडर कनेक्ट के लिए- 8873446519


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.