कूड़ादान सुरक्षित रखने में भी नप फेल
बेतिया। नगर परिषद अपने सभी 39 वार्डों में सफाई के मद में प्रतिदिन कमोवेश एक लाख रुपये खर्च करता है।
बेतिया। नगर परिषद अपने सभी 39 वार्डों में सफाई के मद में प्रतिदिन कमोवेश एक लाख रुपये खर्च करता है। छोटे-बड़े उपकरणों की संख्या भी करीब-करीब तीन दर्जन से अधिक है। 39 वार्ड में लगभग ढ़ाई सौ से ज्यादा अनुबंध व स्थाई सफाईकर्मी कार्यरत है, लेकिन शहर का शायद ही ऐसा चौक-चौराहा है, जहां पर कूड़ा कचरा का अंबार कई दिनों तक नहीं लगा हो। कूड़े से उठ रही बदबू भले ही महामारी जैसी भयंकर बीमारी फैल जाय, लेकिन नगर परिषद की तंद्रा भंग होने का नाम नहीं लेता है। हालांकि, प्रतिदिन दो दर्जन से ज्यादा ट्रैक्टर-टेम्पो से कचरा का उठाव किया जाता है, लेकिन सुबह सात बजे से ग्यारह बजे तक ही सफाई कर्मी वार्डों में साफ-सफाई का कार्य कर अपनी जिम्मेवारी से मुक्त हो जाते है। भले ही वार्डों में या डं¨पग स्थल पर कई दिनों तक कचरा पड़े रहे। उसपर पालतू जानवर उसे छिटते रहे। नालों के आस-पास पड़े कचरा फिर नाला में गिर जाता है, जिसके चलते कई समस्याएं जल-जमाव की स्थिति पैदा कर देती है। फिर नाला से उस कचरे को निकालने में भी अतिरिक्त संसाधन व धन खर्च किया जाता है। इसके अलावा नगर परिषद की सबसे बड़ी आश्चर्यजनक स्थिति यह है कि चौक-चौराहों पर लगाए गए कूड़ादान को भी सुरक्षित रखने में अक्षम है। यहीं कारण है कि विगत दिनों स्वच्छता सर्वेक्षण के दौरान दर्जनों कूड़ेदान अपने स्थल से गायब हो गए है। कर्मचारियों को नियमित वेतन की भुगतान नहीं करना भी नगर परिषद की लापरवाही को दर्शाता है। इसका लाभ सफाई कर्मी कार्य में कमी कर उठाते है।
इनसेट
एक ननजर में साफ-सफाई के उपकरण
छोटा ट्रैक्टर की संख्या - 20
बड़ा ट्रैक्टर की संख्या - 07
टिपर की संख्या - 01
जेसीबी की संख्या -02
एसी टिपर की संख्या - 04
टेम्पू की संख्या - 06
सेक्सन मशीन की संख्या - 01
शौचालय टंकी की संख्या -03
पानी टंकी की संख्या - 08
कम्पेक्टर की संख्या - 01
फॉ¨गग मशीन की संख्या -02
छोटा फॉ¨गग मशीन की संख्या - 07
अनुबंध सफाई कर्मियों की संख्या - 217
स्थाई सफाई कर्मियों की संख्या - 56
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