हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की
रविवार को पुलिस जिले भर में जन्माष्टमी मनाई गई। कहीं फैंसी ड्रेस तो कहीं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ।
बगहा। रविवार को पुलिस जिले भर में जन्माष्टमी मनाई गई। कहीं फैंसी ड्रेस तो कहीं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ। बच्चे राधाकृष्ण की वेशभूषा में विद्यालय में आए। स्कूलों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए।मंदिर में पूजा अर्चना के लिए लोगों की भीड़ रही।
पिपरासी, संसू: प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी मनाई गई । ग्रामीणों के सहयोग से कई पंचायतों में मूर्ति की स्थापना की गई। कुछ पंचायतों में केवल भजन कीर्तन तथा पूजा पाठ भी किया गया । रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था ।भगड़वा पंचायत में के रहमानपुर में भव्य पूजा पंडाल में मूर्ति की स्थापना किया गया था । पिपरासी प्रखंड के सामने भी मूर्ति की स्थापना कर रात भर भजन कीर्तन का आयोजन भी हुआ।
चौतरवा,संवाद सूत्र:श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व पूरे क्षेत्र में श्रद्धा भक्ति व हर्षोल्लास के साथ रविवार को मनाया गया।श्री खाकी बाबा आश्रम परिसर लगुनाहा, पतिलार बाजार व शिवा चौक पर श्री कृष्ण जन्मोत्सव को ले राधा माधव संकीर्तन के साथ युवकों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।श्री खाकी बाबा आश्रम परिसर में इसके साथ ही आठ दिनों का पूजा व मेला का कार्यक्रम शुरु हो गया है।मेला समिति के अध्यक्ष सुनील कुमार ने बताया कि लगभग 55 वर्ष पूर्व से यह उत्सव प्रति वर्ष मनाया जाता आ रहा है।आगामी 8 सितम्बर को कंस बद्ध मेला व 9 सितम्बर को विराट दंगल का कार्यक्रम है।दंगल में क्षेत्र के जाने माने चर्चित पहलवान भाग लेंगे।परिसर में स्थित श्री कृष्ण राधा मन्दिर में भगवान श्री कृष्ण के जन्म से युवा काल तक की झांकी प्रस्तुत की गई है।श्री कृष्ण भगवान के बचपन की लीला की झांकी बडा ही सुन्दर ढंग से सजाया गया है।भक्तों की भीड़ लगातार आठ दिनों तक चलती है।वही शिवा चौक पतिलार में पिछले 9 वर्ष से यह उत्सव परम्परागत बनता जा रहा है।नौजवान निष्काम सेवा दल के सदस्य अशोक राव,दयानंद राव,धनंजय यादव ,जितेंद्रा जायसवाल,सुबोध कुमार व राजन ठाकुर कार्यक्रम में मुख्य भूमिका रही।
गोबर्द्धना,संवाद सूत्र:प्रखंड के उत्तरी इलाके में रविवार को कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत धूमधाम से विभिन्न मंदिरों में मनाया गया । इस अवसर पर अष्टमी तथा रोहिणी नक्षत्र का संयोग अछ्वुत संयोग मिलने से इसे मनाने का निर्णय लिया गया। श्रद्धालुओं ने रविवार को इस व्रत को विश्वासपूर्वक मनाया। मौके पर लोगों ने दिनभर उपवास रखा। इसके लिए मंदिरों में भगवान कृष्ण के मध्य रात्रि में जन्म को लेकर विशेष तैयारी की गई। परसौनी राम मंदिर के पुजारी आदित्य पांडेय ने बताया कि रात में कृष्ण भगवान का जन्म होगा। इसके लिए मंदिर को सजाने के साथ ही झूला लगाया गया है।