सस्ती कर दी सामान तो नई माल से चमका इलेक्ट्रॉनिक व्यवसाय
बेतिया। चनपटिया प्रखंड के महनाकुली निवासी मैनुद्दीन अंसारी उर्फ मुन्ना जी के लिए लॉकडाउन एक सपने की तरह आज भी याद है।
बेतिया। चनपटिया प्रखंड के महनाकुली निवासी मैनुद्दीन अंसारी उर्फ मुन्ना जी के लिए लॉकडाउन एक सपने की तरह आज भी याद है। लेकिन लॉकडाउन ने इनकी जिदगी बदल दी। लॉकडाउन में व्यवसाय में उलटफेर हुआ। लेकिन जज्बा के जोर पर इलेक्ट्रिक व्यवसाय को उड़ान दे दी। अब ये लॉकडाउन को अपने लिए काफी फायदेमंद बताते हैं। मैनुद्दीन अंसारी बताते हैं कि लॉकडाउन से कुछ ही दिन पहले महनाकुली जैसे कस्बाई इलाके में बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान खोली। देश के विभिन्न शहरों से अत्याधुनिक इलेक्ट्रिक सामान से दुकान भर लिया। छोटी जगह पर नई नई चीजें मिलने से ग्राहकों की आवाजाही बढ़ी। अभी दुकान रफ्तार पकड़ी ही थी कि लॉकडाउन लग गया। दुकान का शटर गिराना पड़ा। यह घटना सिर मुड़ाते ही ओले जैसा था। जब लॉकडाउन लंबा खींचने लगा तो वे चितित हो गए। लेकिन हार नहीं मानी। लॉकडाउन हटने के बाद बाजार खुले। वे बताते हैं कि बाजार खुलने पर इलेक्ट्रॉनिक्स के कई दुकानों पर माल की किल्लत थी। लेकिन उनके पास भरपूर मात्रा में माल था। बिजली के नए-नए उपकरण सहित तकरीबन सभी प्रकार के सामान उपलब्ध थे। काफी दिनों तक बाजार बंद रहने के कारण लोगों की जरूरतें भी बढ़ गई थी। तब इन्होंने अपने दुकान का प्रचार प्रसार शुरू किया। इसमें सोशल मीडिया से काफी सहयोग मिला। जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी हुई दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी। वे बताते हैं कि ग्राहकों को रिझाने के लिए बड़े बाजार से अपनी दुकान में उपलब्ध सामान की कीमतें कम कर दी। इससे मुनाफा में तो कमी आई लेकिन ज्यादा मात्रा में माल बिकने से छोटी-छोटी मुनाफा ही बड़ी रूप ले ली। ग्राहकों को भी सस्ते माल मिलने लगे और खुद की भी आय बढ़ गई। आज उनके दुकान पर ग्राहकों की भीड़ है।
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सोशल मीडिया से मिली काफी मदद
मैनुद्दीन अंसारी बताते हैं कि दुकान की तरक्की में सोशल मीडिया से काफी मदद मिली। सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों तक दुकान में उपलब्ध सामान की जानकारी पहुंचाई। जरूरत पड़ने पर उनके घर तक माल पहुंचाया। इस दौरान कोरोना से बचाव का पूरा ख्याल रखा। लॉकडाउन के बाद बाजार में आने वाले सामान महंगी थी। लेकिन उनकी दुकान में पहले से ही माल भरी थी। जिससे वह सस्ते दर पर उपलब्ध कराने लगे। ग्राहकों में इसका असर पड़ा।
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कोट --
अचानक लॉकडाउन लगा तो चिता बढ़ गई थी। दुकान में माल भरी पड़ी थी। रफ्तार पकड़ी दुकान को बंद करनी पड़ी। लेकिन लॉकडाउन हटने के बाद लोगों की जरूरतें अचानक बढ़ गई थी। बाजार में माल कम था। इसका काफी लाभ मिला। सामान की कीमत में थोड़ी कमी की तो दुकान में फिर रफ्तार आ गई। आज दुकान पर ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है।
मैनुद्दीन अंसारी, मालिक हिन्दुस्तान, इलेक्टॉनिक्स, महना कुली, चनपटिया