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मार्च में वाल्मीकिनगर कस्टम कार्यालय से शुरू हो जाएगा द्विपक्षीय व्यापार

बगहा। भारत- नेपाल सीमा पर अवस्थित गंडक बराज के समीप कंप्यूटराइज कस्टम कार्यालय (एलसीएस) की

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2021 12:52 AM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 12:52 AM (IST)
मार्च में वाल्मीकिनगर कस्टम कार्यालय से शुरू हो जाएगा द्विपक्षीय व्यापार
मार्च में वाल्मीकिनगर कस्टम कार्यालय से शुरू हो जाएगा द्विपक्षीय व्यापार

बगहा। भारत- नेपाल सीमा पर अवस्थित गंडक बराज के समीप कंप्यूटराइज कस्टम कार्यालय (एलसीएस) की स्थापना की कवायद तेज हो गई है। रविवार को दोनों देशों के अधिकारियों की एक अहम बैठक नेपाल में हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि मार्च तक वाल्मीकिनगर लैंड कस्टम स्टेशन से त्रिवेणी बाजार (नेपाल) के बीच विधिवत द्विपक्षीय व्यापार आरंभ हो जाएगा। बैठक में सीमा शुल्क कार्यालय रक्सौल के उपायुक्त आशुतोष कुमार सिंह, सहायक कमिश्नर मोतिहारी नित्या रंजन, कस्टम अधीक्षक अनुज कुमार, कस्टम निरीक्षक पंकज कुमार, नेपाल चार नंबर प्रदेश के कस्टम चीफ विकास उपाध्याय, निरीक्षक विजय शाही,भारतीय क्षेत्र के इक्स्पोर्टर अजय झा आदि शामिल हुए। कस्टम संयुक्त आयुक्त आशुतोष कुमार शर्मा ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में सभी आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था हो जाएगी। वाल्मीकिनगर कस्टम कार्यालय की घेराबंदी का निर्णय लिया गया है। अब वाल्मीकिनगर लैंड कस्टम स्टेशन पर एक गैंट्री साइन बोर्ड लगाया जाएगा। जिस पर थैंक्स फॉर विजिटिग इंडिया तथा इंडिया कस्टम्स लैंड कस्टम स्टेशन वाल्मीकिनगर लिखा होगा। नेपाल सरकार ने भी त्रिवेणी बाजार भंसार को चालू करने का निर्णय लिया है। इस भंसार का उन्नयन बड़ी भंसार में रूप में करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। स्थानीय व्यवसायियों में कस्टम कार्यालय खुलने की घोषणा से खुशी की लहर दौड़ गई है। इस जमीन पर होना है निर्माण :- थाना नंबर दो भैंसालोटन खाता संख्या 162 खेसरा 637 रकबा 0.75 एकड़ पर कस्टम आवासीय परिसर का निर्माण होना है। वाल्मीकिनगर में कस्टम कार्यालय खुल जाने से पश्चिम चंपारण सहित सीमावर्ती यूपी के दो जिले क्रमश: कुशीनगर तथा महाराजगंज व नेपाल के नवलपरासी एवं चितवन के लोगों को विशेष लाभ होगा। कस्टम कार्यालय तो कई वर्षों से है लेकिन व्यापारिक उपयोग नहीं होने से राजस्व की प्राप्ति नहीं हो रही है। फिलहाल कोरोना को लेकर इंडो नेपाल सीमा सील है। अन्य दिनों में नेपाल व भारत के सैंकड़ों लोग दैनिक उपयोग के सामान लाते व ले जाते हैं। आवागमन में भी होगी सुविधा :- सड़क मार्ग से वाल्मीकिनगर पहुंचना बेहद आसान है। पटना सहित अन्य जिलों से कुछ घंटों में ही वाल्मीकिनगर पहुंचा जा सकता है। ऐसे में वाल्मीकि नगर में कस्टम करा कर व्यापारी अपने माल को नेपाल जा सकते हैं। हवाई अड्डे की सुविधा वाल्मीकिनगर कस्टम कार्यालय से 3 किलोमीटर की दूरी पर है। जहां देश, विदेश सामान भेजा जा सकता है। यहां से नियमित उड़ान हो तो विकास की नई इबारत लिखी जा सकती है। वाल्मीकिनगर के 100 किलोमीटर के दायरे में बगहा, नरकटियागंज, पडरौना, क्षेत्रों में लगभग आधा दर्जन चीनी मिलें हैं। जिससे नेपाल चीनी भेजने में आसानी होगी एवं राजस्व की प्राप्ति होगी।

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