सब्जी की खेती के लिए किसानों को मिलेगा ऋण, होगी कोल्ड स्टोर की व्यवस्था
बगहा। सब्जी की खेती अब घाटे का सौदा नहीं रही। किसानों को अपने उत्पाद को बाजार में ले जाक
बगहा। सब्जी की खेती अब घाटे का सौदा नहीं रही। किसानों को अपने उत्पाद को बाजार में ले जाकर बेचने की भी जरूरत नहीं होगी। सब्जी उत्पादकों को सरकार उनके पंचायत में ही बाजार उपलब्ध कराएगी। ऐसे में किसान सब्जी उत्पादन कर न सिर्फ आर्थिक समृद्धि की कहानी लिख सकते हैं बल्कि उन किसानों को सही राह भी दिखा सकते, जो खेती को घाटे का सौदा मानते। उपरोक्त बातें बगहा दो प्रखंड के पटहेरा बाजार में आयोजित किसान गोष्ठी को संबोधित करते हुए सहकारी प्रसार पदाधिकारी शंकर कुमार किशोर ने शनिवार को कही। सब्जी उत्पादक सहकारी समिति के तत्वावधान में आयोजित किसान गोष्ठी में प्रखंड के प्रगतिशील किसान जुटे। श्री किशोर ने कहा कि औषधीय पौधों यथा हल्दी, सतावर, लहसुन समेत सभी सब्जियों का बीज विभाग के द्वारा किसानों को रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा। उद्देश्य बस यह है कि किसान आगे बढ़े व सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में बेहतर कर आर्थिक रूप से सबल हों। प्रख्ड स्तरीय सब्जी उत्पादक समिति के प्रत्येक सदस्य को उनके गांव में ही बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। किसान बाजार मूल्य पर समिति को अपनी फसल बेचेंगे। जिसे बाहर भेजने की व्यवस्था समिति करेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि खेती के लिए सस्ते दर पर ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा। प्रखंड स्तर पर कोल्ड स्टोर की व्यवस्था होगी जहां सब्जियों को आवश्यकता पड़ने पर सुरक्षित रखा जाएगा। सोसाइटी के अध्यक्ष प्रभूनाथ महतो ने कहा कि किसान संगठन से जुड़कर योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। पैक्स अध्यक्ष परमहंस प्रसाद ने भी किसानों का हौसला बढ़ाया। गोष्ठी में किसानों ने अपने अपने सवाल पूछे। गोष्ठी में पैक्स अध्यक्ष लक्ष्मण केवट, उदयभान प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद, रामराज यादव, सत्येंद्र उरांव, दिलीप उरांव, धर्मेंद्र उरांव, काशी उरांव, बालकिशुन सहनी, अनिल साह, राणाप्रताप भारती, राजेश केवट, कामेश्वर प्रसाद, अजय कुमार, सुभाष प्रसाद, अभिनंदन कुमार, भोला कुमार आदि शामिल हुए।